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कासगंज में हिंसा और तनाव का माहौल बना हुआ है. चौथे दिन भी कई दुकानों में आगजनी की खबर है. मालगोदाम इलाके में गाड़ियों में आग लगाने की भी खबर सामने आ रही है. इससे पहले तनाव काबू न करने के आरोप में एसपी सुनील सिंह को हटा दिया गया है. उन्हें मेरठ भेज दिया गया है. उनकी जगह पीयूष श्रीवास्तव कासगंज के नए एसपी होंगे.
बता दें कि डीजीपी ने रविवार को सिंह के मामले में रिपोर्ट दी थी. इस बीच, राज्यपाल राम नाईक ने कासंगज में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प को शर्मनाक और कलंक करार दिया है.
राम नाईक ने गणतंत्र दिवस पर कासगंज में दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के बारे में कहा कि सरकार को इस मामले में और गहराई से जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह हिंसा शर्म की बात है. मैं आशा करता हूं कि ऐसे कदम उठाए जाएंगे कि उत्तर प्रदेश में फिर कभी ऐसे दंगे नहीं हों.
सरकार इसकी जांच कर रही है और इसमें कड़ा से कड़ा रुख अपनाया जाना चाहिए. 'उन्होंने कहा, ‘ऐसे लोग जो माहौल को खराब करते हैं, उनकी जितनी निंदा की जाए कम है. मैं चाहता हूं कि सरकार और तफसील में जाकर जांच करे. पिछले आठ नौ-माह के दौरान प्रदेश में ऐसी कोई विशेष घटना नहीं हुई थी.
हम सब के लिए यह शर्म की बात है. मैं आशा करता हूं कि ऐसे कदम उठाए जाएंगे कि उत्तर प्रदेश में फिर कभी ऐसे दंगे नहीं हों.
गणतंत्र दिवस पर कासगंज शहर में कथित रूप से आपत्तिजनक नारों को लेकर दो समुदायों के बीच पथराव और गोलीबारी में एक युवक की मौत हो गई थी और कुछ अन्य घायल हो गए थे. घटना के बाद से शहर में रह-रहकर हिंसक वारदातें हुईं. मामले में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इस बीच, कासगंज शहर में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. हालांकि अधिकतर बाजार अब भी बंद हैं, लेकिन सड़कों पर लोगों का आवागमन शुरू हो चुका है. बहरहाल, जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं को एहतियातन आज रात 10 बजे तक बंद रखा है. पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ियां शहर में लगातार गश्त कर रही हैं. शहर की सीमाएं अब भी सील हैं.
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Published: 29 Jan 2018,04:17 PM IST