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राष्ट्रीय जनता दल (RJD) आज अपना 25वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष लालू यादव ने केंद्र से लेकर राज्य सरकार को घेरा. करीब तीन साल बाद अपनी पार्टी RJD के नेताओं और कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए लालू यादव (Lalu Yadav) ने कहा, हम लोगों को विश्वास दिलाना चाहते हैं, हम पीछे हटने वाले नहीं हैं. हम मिट जाएंगे लेकिन पीछे नहीं हटेंगे.
लालू यादव ने कहा अगर मेरे बेटा तेजस्वी और मेरी पत्नी नहीं होती तो रांची में ही मैं दम तोड़ देता. इन लोगों ने मुझे दिल्ली एम्स में भर्ती कराया. लालू ने कहा हम जल्द आएंगे पटना, पटना ही नहीं जल्द बिहार में अपने लोगों के बीच में आएंगे.
लालू यादव ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए आरजेडी कैसे शुरू हुई इसके बारे में बताया. लालू ने कहा,
यही नहीं लालू यादव ने एक बार फिर राम मंदिर को लेकर कहा कि कुछ लोग अयोध्या में राम मंदिर के बाद मथुरा का नारा लग रहे हैं. इसका मतलब क्या है? क्या चाहते हैं? सत्ता के लिए इस देश को तबाह बर्बाद करना चाहते हैं ये लोग. आरजेडी के लोगों से यही कहूंगा कि वे सामाजिक तानाबाना को मजबूत करने के लिए काम करते रहें.
लालू यादव ने कहा, 'हमारे साथ जनता की ताकत है, हमारे साथ अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़े, अति पिछड़े गरीब सभी हैं.
लालू यादव ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, "कोरोना प्रलय जैसा है. लेकिन उससे बढ़कर महंगाई और बेरोजगारी कमर तोड़ रही है. अगर हमारी सरकार में पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ते तो लोग हमें चलने नहीं देते, लेकिन आज लोग मजबूर हैं. आज पेट्रोल का दाम घी को पीछे कर रहा है."
आरजेडी सुप्रीमो ने कहा कि कोरोना और मौजूदा सरकार के चलते देश हजारों वर्ष पीछे चला गया है. इस वक्त हम लोग एक दूसरे से मिल नहीं सकते हैं. जितनी मौत हुई है देश में कोरोना से उसकी गिनती नहीं की जा सकती है. चिकित्सा के अभाव में बिहार में अनगिनत मौत हुई है.आज ये देश हमारा काफी पीछे है.
लालू यादव ने जंगलराज को लेकर भी अपनी बात कही. लालू ने कहा कि हमारी सरकार को जंगलराज कहते हैं. तवा पर रोटी एक ही साइड से पक रही थी उसे हमने पलटने का काम किया. हमरा राज जंगलराज नहीं जनराज रहा. चरवाहा स्कूल एक संदेश था ताकि पेट के साथ शिक्षा का इंतजाम हो.
कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए लालू यादव ने कहा कि उनकी अंतिम यात्रा में हमलोगों ने नारा लगाया था कि 'ठाकुर तेरे अरमानों को दिल्ली तक पहुंचाएंगे.' हम कामयाब हुए. समाज में बराबरी दिख रही है. मैंने पांच-पांच प्रधानमंत्री को देखा. लालू ने कहा,
बिहार चुनाव में अपनी गैरहाजरी पर भावुक होते हुए लालू ने कहा कि हमारी अनुपस्थिति में चुनाव हुआ. हम तड़पते रह गए. हमें मलाल है. तेजस्वी से बात होती रहती थी. उसने कहा कि पापा चिंता मत कीजिए. हम लोगों से निपट लेंगे.
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Published: 05 Jul 2021,03:00 PM IST