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महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को शिवसेना के अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया है. शिंदे गुट द्वारा यह फैसला चुनाव आयोग के द्वारा उद्धव ठाकरे गुट और शिंदे गुट के बीच असली शिवसेना को लेकर दिए गए फैसले के कुछ दिनों के बाद आया है. पिछले दिनों चुनाव आयोग ने अपने फैसले में शिंदे गुट को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी और उन्हें पार्टी का चुनाव चिन्ह धनुष-बाण आवंटित किया.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी मीटिंग में पार्टी ने मीडिया से शिंदे गुट के बजाय शिवसेना पुकारने को कहा.
रिपोर्ट के मुताबिक शिंदे गुट की इस मीटिंग में विधायकों, सांसदों और शिवसेना के अन्य नेताओं ने भाग लिया, जो उद्धव ठाकरे ग्रुप से अलग होने के बाद शिंदे के साथ काम कर रहे हैं.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट से चुनाव आयोग के आदेश को रद्द करने की गुजारिश की है. बुधवार, 22 फरवरी को दोपहर साढ़े तीन बजे कोर्ट उद्धव ठाकरे की इस अर्जी पर सुनवाई करेगा.
बता दें कि जब तक ये लड़ाई कोर्ट में चल रही है, उद्धव ठाकरे अपने "शिव सैनिकों" के मनोबल को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं.
उद्धव ठाकरे की शिवसेना गुट के पास राज्य भर में शिविरों का एक बड़ा नेटवर्क है. ठाकरे इसका उपयोग "शिव शक्ति अभियान" शुरू करने के लिए नए सिरे से कर सकते हैं या पार्टी के कार्यकर्ताओं को जमीन पर मजबूत करने की कवायद करेंगे.
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