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लोकसभा में विशेषाधिकार हनन के नोटिस पर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने बीजेपी पर हमला बोला है. ट्वीट करते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि आप विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव के जरिए मेरी आवाज को दबा नहीं सकते हैं. दरअसल बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया है. मोइत्रा ने पिछले दिनों में सदन में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ टिप्पणी की थी, जिस पर बीजेपी सांसदों ने कड़ा ऐतराज जताया था.
8 फरवरी को लोकसभा में बहस के दौरान टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने राम मंदिर से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई पर आपत्तिजनक बयान दिया था. महुआ मोइत्रा के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी समेत कई बीजेपी सांसदों ने आपत्ति जताई थी. बीजेपी सांसदों का कहना था कि राम मंदिर के फैसले और तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश पर इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी करना गंभीर विषय है.
TMC सांसद महुआ मोइत्रा की टिप्पणी पर बीजेपी सांसदों ने सदन के अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी. इसमें बीजेपी सांसदों की ओर से कहा गया कि संविधान के अनुच्छेद 121 के अनुसार सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट किसी भी कोर्ट के जज ने जो फैसला दिया है, उसकी चर्चा संसद में नहीं हो सकती है.
संसद के नियम और प्रक्रिया 352 (5) भी यह तय करते हैं कि संवैधानिक पदों पर आसानी लोगों के आचरण पर सवाल नहीं उठाए जा सकते हैं और संसद में अध्यक्ष से निर्देशित किए जाने के बाद भी महुआ मोइत्रा ने अपना बयान दोहराया. बीजेपी सांसदों ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान महुआ मोइत्रा ने सरकार, न्यापालिका और मीडिया पर सवाल उठाए.
TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने अर्थव्यवस्था, कृषि कानून और नागरिक संशोधन विधेयक के बहाने मोदी सरकार पर हमला किया. मोइत्रा ने कहा कि सरकार ने कायरता को साहस के रूप में परिभाषित किया है और बदहाल अर्थव्यवस्था, CAA और कृषि कानून लेकर आना इस बात का उदाहरण है.
मोइत्रा ने सरकार पर मीडिया के दुरुपयोग का आरोप भी लगाया. टीएमसी सांसद ने कहा कि सरकार ने दुष्प्रचार और गलत सूचना फैलाने का व्यवसाय बना लिया है.
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Published: 11 Feb 2021,06:48 PM IST