advertisement
8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव (Bengal Panchayat Elections) के लिए पहली बार प्रचार करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने सोमवार 26 जून को कूचबिहार में कहा कि चुनाव के बाद, तृणमूल कांग्रेस जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार नहीं होने देगी. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और राष्ट्रीय विपक्षी गठबंधन के बारे में भी बात की.
ममता बनर्जी ने सीमा सुरक्षा बल पर मतदाताओं को डराने की कोशिश करने का आरोप लगाया, उन्होंने कहा कि, “मुझे जानकारी है कि बीएसएफ के कुछ अधिकारी सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं, मतदाताओं को धमका रहे हैं और उन्हें वोट न देने के लिए कह रहे हैं. मैं लोगों से कहती हूं कि वे डरें नहीं और निडर होकर चुनाव में भाग लें.''
उन्होंने पिछले साल केंद्रीय बल द्वारा उन लोगों को गोली मारने का जिक्र करते हुए कहा, जिनके बारे में बीएसएफ ने कहा था कि वे तस्कर थे. यह कहते हुए कि TMC त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में बीजेपी को हरा देगी, मुख्यमंत्री ने कहा, "पंचायत चुनावों के बाद, हम केंद्र में बीजेपी को हराएंगे और देश में एक विकासोन्मुख सरकार बनाएंगे."
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में उनकी पार्टी "बीजेपी-सीपीएम-कांग्रेस गठबंधन" को हरा देगी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ग्रामीण सड़क विकास और मनरेगा के लिए राज्य को धन देने से इनकार कर रही है.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को कहा, "पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 12 साल के अंतराल के बाद पंचायत चुनाव में प्रचार कर रही हैं, क्योंकि उन्हें एहसास हुआ है कि मतदाताओं ने उनकी पार्टी पर विश्वास खो दिया है."
चौधरी ने कहा कि टीएमसी मतदाताओं को डराने के लिए हिंसा का इस्तेमाल कर रही है और कहा कि चुनाव से पहले स्थिति बहुत खतरनाक होती जा रही है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined