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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए अपना पहला दाव चल दिया है. उस वक्त जब विपक्ष को कमजोर बताया जा रहा है, तब ममता बनर्जी एक मजबूत प्रतिद्वंदी के तौर पर बीजेपी और पीएम मोदी के सामने खड़ी होना चाहती हैं. इसीलिए इस बार 21 जुलाई को शहीद दिवस कुछ हटकर मनाया गया, इस दौरान ममता बनर्जी ने जो भाषण दिया, उसमें सीधा मैसेज 2024 के लिए था. इस भाषण को देशभर के कई राज्यों में अलग-अलग भाषाओं में टेलीकास्ट किया गया. जो ममता के बंगाल से बाहर निकलने का एक संकेत है. साथ ही ममता ने बंगाल से ही तमाम विपक्षी दलों को मैसेज दे दिया कि बीजेपी के खिलाफ जल्दी एकजुट हो जाइए.
ममता बनर्जी हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाती हैं. इस साल भी उन्होंने इस दिन जनता को संबोधित किया, लेकिन उनका ये भाषण सिर्फ पश्चिम बंगाल तक सीमित नहीं रहा, इसे गुजरात, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के लोगों ने भी सुना. इस दौरान ममता बनर्जी ने सबसे पहले पेगासस जासूसी का जिक्र किया. उन्होंने कहा,
ममता ने इस दौरान पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का भी जिक्र किया. जो एक राष्ट्रीय मुद्दा है. ममता ने कहा कि, सरकार ने आम जनता की जेब से पेट्रोल और डीजल के जरिए 3.7 लाख करोड़ रुपये लिए हैं. इसके बाद भी वो सही जगह पैसा नहीं लगा रहे हैं, लोगों को वैक्सीन नहीं मिल रही है. ये पैसा कहां जा रहा है? पीएम केयर फंड की केयर कौन कर रहा है?
ममता ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए एक बार फिर पेगासस का जिक्र किया और इस बार अपना फोन लोगों को दिखाया. जिसके कैमरे पर वो पहले से ही प्लास्टर लगाकर आईं थीं. ममता ने कहा कि, "पेगासस के कारण मैंने अपने फोन को प्लास्टर लगा दिया. ये लोग कैमरे में देख लेते हैं. अब सरकार को भी प्लास्टर लगाने की जरूरत है. नहीं तो देश बर्बाद हो जाएगा. यहां स्पाईगिरी चल रही है. खुद इनके मिनिस्टरों के फोन टैप किए गए. सभी नेताओं के फोन, ज्यादातर जजों के फोन टैप किए जा रहे हैं. बीजेपी ने पूरे फेडरल स्ट्रक्चर को खत्म कर दिया है. इन्होंने चुनाव आयोग, जुडिशियरी और मीडिया को बर्बाद कर दिया है."
ममता ने इस दौरान ये मैसेज भी जनता को दिया कि बीजेपी पूरी ताकत लगाकर भी उन्हें हरा नहीं पाई और उन्होंने सत्ता की ताकत को हराने का काम किया है. ममता ने कहा,
ममता बनर्जी ने 2024 चुनाव के लिए तमाम विपक्षी दलों को भी सख्त मैसेज दे दिया. उन्होंने विपक्षी नेताओं से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि, "मैं अन्य राज्यों और नेताओं को विनती करती हूं कि जाइए अपनी पार्टी को समझाइए सब एकसाथ काम करने के लिए एक फ्रंट बनाइए. अभी से इस फ्रंट को लेकर प्लानिंग कीजिए. बीमारी होने के बाद कोई काम नहीं होता, लेकिन अगर बीमारी के साथ-साथ इलाज शुरू कर दिया जाए तो मरीज ठीक हो सकता है. अभी टाइम है, जितना ज्यादा वक्त लगेगा, उतना वक्त बर्बाद होगा."
ममता बनर्जी ने शहीद दिवस की इस मेगा वर्चुअल रैली में ये भी बता दिया कि वो बीजेपी के खिलाफ मोर्चा तैयार करने में सबसे आगे रहने वाली हैं और विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए दिल्ली में बड़े नेताओं से मुलाकात करने जा रही हैं. उन्होंने कहा,
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सभी धर्मों को साथ लेकर चलने की बात करते हुए फिर बीजेपी को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि,
ममता ने पश्चिम बंगाल चुनाव के उनके चर्चित नारे खेला होबे का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि अब बीजेपी के खिलाफ हर राज्य में खेला होबे होगा. हर पोलिंग बूथ पर खेला होबे, हर जगह खेला होबे... उन्होंने कहा कि, बीजेपी ने आज हमारी आजादी को खतरे में डाल दिया है. आज वो लोग अपने खुद मंत्रियों पर भरोसा नहीं करते हैं. हर तरफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है. ममता ने योगी आदित्यनाथ को लेकर कहा कि, योगी तो ऐसे बड़े नेता हैं, जिन्होंने नेशनल एंथम लिखने वाले रवीन्द्र नाथ टैगोर को ही सिलेबस से निकाल दिया है. ममता ने बीजेपी को कोरोना की तरह एक वायरस पार्टी बताया.
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Published: 21 Jul 2021,11:01 PM IST