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उन्नाव कांड पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कड़ी नाराजगी जताई है. शनिवार को मायावती ने प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की. इसके बाद मायावती ने मीडिया से कहा, 'यूपी में अपराधियों के बीच कानून का खौफ खत्म हो गया है. बलात्कार की घटनाएं अब आम हो गई हैं.'
मायावती ने कहा, "खुद एक महिला होने के नाते, यूपी के राज्यपाल को इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेना चाहिए. उन्हें स्थिति का जायजा लेने के लिए यूपी के सीएम योगी और यूपी पुलिस से मिलना चाहिए."
इससे पहले मायावती ने उन्नाव पीड़िता की मौत के बाद कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अपील की थी कि यूपी सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए जल्द से जल्द पहल करे. मायावती ने ट्वीट किया, "जिस उन्नाव रेप पीड़िता को जलाकर मारने की कोशिश की गई, उसकी दिल्ली में दर्दनाक मौत अति-कष्टदायक है. इस दुःख की घड़ी में बीएसपी पीड़ित परिवार के साथ है. उत्तर प्रदेश सरकार पीड़ित परिवार को समुचित न्याय दिलाने हेतु जल्द से जल्द पहल करे, यही इंसाफ है और जनता की मांग है."
उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में कहा, "साथ ही, इस तरह की दर्दनाक घटनाओं को उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में रोकने हेतु राज्य सरकारों को चाहिए कि वो लोगों में कानून का खौफ पैदा करे. केंद्र भी ऐसी घटनाओं को मद्देनजर रखते हुए दोषियों को निर्धारित समय के भीतर ही फांसी की सख्त सजा दिलाने का कानून जरूर बनाए."
उन्नाव रेप पीड़िता की मौत के विरोध में शनिवार को कांग्रेस पार्टी ने लखनऊ बीजेपी ऑफिस के सामने विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया. पुलिस के रोकने पर कार्यकर्ता गेट के सामने बैठ गए और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिसके बाद काफी अफरा-तफरी मच गई.
बता दें, गुरुवार को जिंदा जलाए जाने के बाद रेप पीड़िता को गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था. वह 90 फीसदी तक जल चुकी थी. सफदरजंग अस्पताल के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. शलभ कुमार ने बताया कि पूरी कोशिशों के बावजूद पीड़िता को बचाया नहीं जा सका.
उन्होंने कहा, "शुक्रवार शाम में पीड़िता की हालत खराब होने लगी. रात 11 बजकर 10 मिनट पर दिल का दौरा पड़ा. हमने बचाने की कोशिश की, लेकिन रात 11 बजकर 40 मिनट पर उसकी मौत हो गई."
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