मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019शिवसेना पुराने एजेंडे पर कायम फिर भी कांग्रेस साथ क्यों: मायावती

शिवसेना पुराने एजेंडे पर कायम फिर भी कांग्रेस साथ क्यों: मायावती

नागरिकता बिल और राहुल गांधी पर शिवसेना के रुख पर बीएसपी प्रमुख मायावती ने कांग्रेस पार्टी के प्रति नाराजगी जताई है

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
बीएसपी प्रमुख मायावती
i
बीएसपी प्रमुख मायावती
( फोटो: PTI) 

advertisement

नागरिकता बिल और राहुल गांधी को लेकर शिवसेना के रुख पर बीएसपी प्रमुख मायावती कांग्रेस पार्टी से नाराज दिख रही हैं. मायावती का कहना है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के बावजूद शिवसेना पुराने एजेंडे पर कायम है, इसके बावजूद कांग्रेस, शिवसेना के साथ सरकार में क्यों है?

मायावती ने ट्वीट कर कहा, "शिवसेना अपने असली एजेंडे पर अभी भी कायम है, इसलिए उन्होंने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर केंद्र सरकार का साथ दिया और अब सावरकर को लेकर भी इनको कांग्रेस का रवैया बर्दाश्त नहीं है. इसके बावजूद कांग्रेस महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के साथ अभी भी बनी हुई है तो ये सब कांग्रेस का दोहरा चरित्र नहीं है तो और क्या है?"

कांग्रेस को इस मामले में अपनी स्थिति जरूर स्पष्ट करनी चाहिए. वरना ये सब इनकी अपनी पार्टी की कमजोरियों पर से जनता का ध्यान बांटने के लिए केवल कोरी नाटकबाजी ही मानी जाएगी.
मायावती, प्रमुख, बीएसपी

महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन की सरकार

शिवसेना 'हिंदुत्व की विचारधारा' पर राजनीति करने वाली पार्टी मानी जाती है. कई सालों से एनडीए का समर्थन करने वाली शिवसेना ने इस साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी के साथ नाराजगी के चलते अपनी विरोधी विचारधारा वाली पार्टी कांग्रेस-एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली.

महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के बाद ऐसे दो मामले हुए, जब शिवसेना ने एनडीए और हिंदुत्व की विचारधारा का समर्थन किया. पहला शिवसेना ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर एनडीए का समर्थन और बिल के पक्ष में वोट डाला. इसके बाद राहुल गांधी के 'मैं सावरकर नहीं' वाले बयान का विरोध भी किया.

अब मायावती ये पूछ रही हैं कि शिवसेना के ऐसे रूख के बावजूद भी कांग्रेस उसके साथ क्यों है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT