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मेरठ नगर निगम महापौर (Meerut Municipal Corporation Mayor) और पार्षदों का 26 मई को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया था. शपथ ग्रहण समारोह शुरू होने से ठीक पहले वंदे मातरम का आयोजन किया गया. वंदे मातरम के उद्घोष के साथ भारत माता की जयकारे भी लगे, लेकिन आरोप है कि वंदे मातरम पूरा होने के तुरंत बाद ही AIMIM के पार्षदों और कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने मारपीट कर दी. इस शपथ ग्रहण समारोह में मेरठ के महापौर और 90 वार्ड के नए पार्षद सहित अन्य कार्यकर्ता और नेता भी मौजूद रहे.
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सुभाष चंद्र प्रेक्षा गृह में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया. पूरा ऑडिटोरियम खचाखच भरा हुआ था और इसी बीच AIMIM और मुस्लिम लीग के पार्षदों के साथ बीजेपी के पार्षदों की हाथापाई हो गई. मामला इतना तूल पकड़ चुका था कि सीओ अरविंद चौरसिया और एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव दोनों पक्षों को अलग करवाते रहे लेकिन काफी देर तक भी हाथापाई रुकी नहीं.
जैसे तैसे पुलिसकर्मियों ने मामले को शांत कराया और एआईएमआईएम और मुस्लिम लीग के वहां मौजूद पार्षदों और अन्य कार्यकर्ताओं को ऑडिटोरियम से बाहर लेकर गए. जहां डीएम दीपक मीणा ने समझा बुझाकर मामला शांत कराया.
हरिकांत अहलूवालिया के पहले कार्यकाल 2012 से 2017 के बीच भी वंदे मातरम को लेकर विपक्षी दल के कुछ पार्षदों ने विरोध जताया था. हरिकांत अहलूवालिया ने नामांकन भरते हुए यह घोषणा की थी कि अगर वह मेयर बनते हैं तो सबसे पहले वंदे मातरम से शुरुआत करेंगे. हरिकांत अहलूवालिया एक बार फिर से मेयर बने और आज शपथ ग्रहण समारोह के दौरान वंदे मातरम गाया गया. और इस बार भी वंदे मातरम गाने को लेकर विवाद हुआ.
वहीं, बीजेपी के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विनीत शारदा हमेशा अपने विवादित बयान को लेकर चर्चाओं में रहते हैं. इस मामले को लेकर भी विनीत शारदा का विवादित बयान सामने आया है. विनीत शारदा का कहना है कि...
मेरठ से सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि AIMIM के पार्षदों और बाकी सभी पार्षदों से अपील है कि सभी पार्षद मिलकर रहे हैं और सबको जनता के विकास के लिए सोचना चाहिए. सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने ये भी कहा कि वंदे मातरम् कोई धार्मिक गीत नहीं है ये शहीदों के सम्मान का गीत है.
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