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बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा की अब जांच चल रही है. पुलिस कुछ वीडियो क्लिप देखकर आरोपियों का पता लगाने में जुटी है. लेकिन इस जांच में पता चला है कि विद्यासागर कॉलेज में भगवा कपड़े पहने कुछ युवक घुसे थे. जहां विद्यासागर की मूर्ति तोड़ी गई थी. वहीं वीडियो में एक दूसरा ग्रुप भी कैंपस के अंदर से पत्थरबाजी करता हुआ दिख रहा है.
इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस हिंसा को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार सभी 58 लोग बीजेपी समर्थक हैं. ये सभी लोग पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाकों से यहां आए थे. टीएमसी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी बाहर से लोगों को यहां लेकर आई है.
विद्यासागर कॉलेज के केयरटेकर एसआर मोहंती ने बताया कि उन्हें रोड शो के वहां पहुंचने के 15 मिनट पहले करीब शाम 6:30 बजे गेट बंद करने को कहा गया था. तभी रोड शो में शामिल करीब 50-60 लोग गेट को धक्का देने लगे. उन्होंने पानी की बोतलें भी कैंपस की तरफ फेंकी. इसके बाद मैं ऊपर भागा और कुछ छात्र पीछे की तरफ भागे. उन्होंने फर्नीचर और विद्यासागर की मूर्ति तोड़ दी, इसके बाद पुलिस वहां आ गई.
जर्नलिज्म की एक स्टूडेंट ने बताया कि वो उस वक्त कैंपस से वापस जा रही थी. लेकिन लोगों की भीड़ देखकर उसे सेकेंड फ्लोर पर छिपना पड़ा. उसने बताया, मैंने सुना कि वो लोग तोड़फोड़ करते हुए जय श्री राम के नारे लगा रहे थे. मैं अपने दो दोस्तों के साथ ऊपर की तरफ भागी. इसके बाद पुलिस ने वहां आकर भीड़ को वहां से निकाला.
एक बीजेपी वर्कर ने बताया कि जब हम लोग वहां से गुजर रहे थे, तब हमारी तरफ पत्थरबाजी हुई. उन्होंने हॉस्टल की छत से हमारी तरफ पत्थर फेंके, जिससे हमारे कुछ लोग भी घायल हुए. नहीं तो हम बिना किसी कारण हॉस्टल में क्यों घुसते?
इसी इलाके में ज्वैलरी शॉप चलाने वाले अरविंद सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पूरे आधे घंटे तक ये बवाल चलता रहा. लेकिन वहां पुलिस नहीं थी. बीजेपी समर्थकों की संख्या टीएमसी समर्थकों से ज्यादा थी. कुछ लोगों ने कैंपस के अंदर से पत्थर फेंकने शुरू किए और बीजेपी समर्थकों ने जबरन कैंपस में घुसकर सब कुछ तोड़ डाला.
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Published: 16 May 2019,09:43 AM IST