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रोजगार, सीमाओं और महिलाओं की सुरक्षा, सामाजिक सदभाव, कूटनीति सहित तमाम मोर्चों पर एनडीए सरकार के नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा कि उसे नया इंडिया नहीं चाहिए और वह चाहती है कि पुराना भारत ही लौटा दिया जाए, जहां सामाजिक और सांप्रदायिक सदभाव हो.
आजाद ने कहा, हमें महात्मा गांधी का भारत चाहिए, जहां हिंदू और मुस्लिम एक दूसरे के लिए खून दें और जहां लोगों में डर तथा खौफ नहीं हो. उन्होंने कहा कि नेताओं को फोन टेपिंग का भी डर है. उन्होंने छोटी -छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म की कई घटनाओं का भी जिक्र किया और कहा कि सरकार ने इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा में भाग लेते हुए आजाद ने सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि यह सरकार ‘‘गेम चेंजर नहीं बल्कि नेम चेंजर'' है. उन्होंने कहा कि यह सरकार ‘री-पैकेजिंग' में माहिर है और पुरानी योजनाओं का ही नाम बदल कर उन्हें अपनी नई योजनाएं बता रही है. भाजपा का उपहास करते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह सत्ता में नहीं भी रही और दुनिया में कहीं भी री-पैकेजिंग का ठेका निकलेगा तो निश्चिचत तौर पर भाजपा को ही मिलेगी.
उन्होंने कहा कि जन धन योजना इस सरकार की महत्वाकांक्षी योजना रही है और उसका कहना है कि इस योजना के तहत 31 करोड़ खाते खोले गए. उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि 24 करोड़ से ज्यादा खाते यूपीए कार्यकाल में ही खोले गए थे और इस सरकार के समय सिर्फ करीब सात करोड़ खाते ही खुले.
डीजल, पेट्रोल और गैस की कीमतों का जिक्र करते हुए आजाद ने कहा कि यूपीए सरकार में गैस की कीमतों में 10 रुपये की वृद्धि होने पर भारत-बंद का आयोजन किया जाता था लेकिन इस सरकार ने कच्चे तेल की कीमतों में भारी कमी के बाद भी उपभोक्ताओं को इसका लाभ नहीं दिया. शौचालयों का जिक्र करते हुए उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट का जिक्र किया और कहा कि बड़ी संख्या में शौचालय चालू नहीं है और पानी की कमी जैसी कई समस्याओं की ओर ध्यान ही नहीं दिया गया. बजट में प्रस्तावित मेडिकल बीमा पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि इससे सिर्फ बीमा कंपनियों को ही फायदा होगा और मरीज नुकसान में रहेंगे.
वंशवाद मुद्दे को लेकर भाजपा की ओर से कांग्रेस पर निशाना साधे जाने का जिक्र करते हुए आजाद ने कहा कि जिस परिवार की बात की जा रही है, उसका कोई सदस्य पिछले 29-30 साल से प्रधानमंत्री तो क्या, मंत्री भी नहीं रहा है. तीन तलाक के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हम इसका समर्थन करते हैं लेकिन इसे अपराध घोषित करने के खिलाफ हैं. इसे अपराध घोषित कर देने के कारण पति को जब जेल हो जाएगी तो उसके परिवार की देखभाल कौन करेगा. उन्होंने कहा यह अब तक की सबसे कमजोर सरकार है.
तुष्टीकरण के भाजपा के आरोप पर आजाद ने कहा कि अब दूसरे तरीके से तुष्टीकरण हो रहा है जहां हर ठेका व अन्य काम एक ही पार्टी के आदमी को मिलेगा. हर गरीब के खाते में 15 लाख रूपए और हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने के भाजपा के वायदों का जिक्र करते हुए आजाद ने कहा कि अब 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात की जा रही है. उन्होंने इसे किसानों के लिए एक और लॉलीपॉप कहा.
इनपुट : भाषा
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