मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019मोहन भागवत बोले- जनसंख्या नीति पर फिर करें विचार,तालिबान से सावधान रहने की नसीहत

मोहन भागवत बोले- जनसंख्या नीति पर फिर करें विचार,तालिबान से सावधान रहने की नसीहत

भागवत ने कहा कि अवैध घुसपैठियें राज्य के नागरिकों के अधिकार हड़प रहे है

क्‍व‍िंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
<div class="paragraphs"><p>मोहन भागवत</p></div>
i

मोहन भागवत

null

advertisement

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के चीफ मोहन भगवत (Mohan Bhagwat) ने विजयादशमी पर्व और आरएसएस के 96वें स्थापना दिवस के मौके पर नागपुर में स्वयंसेवकों को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने स्वाधीनता का 75वां वर्ष, भारत-पाकिस्तान का बंटवारा, जनसंख्या बढ़ोतरी से लेकर सनातन हिंदू संस्कृति को लेकर अपनी बात रखी.

मोहन भागवत ने कहा, सनातन हिंदू संस्कृति और उसका उदार हिंदू समाज, जो सभी को स्वीकार करने की क्षमता रखता है, अकेले ही कट्टरपंथ, असहिष्णुता, आतंकवाद, संघर्ष, दुश्मनी और शोषण की भयावह पकड़ से दुनिया का बचा सकता है.

जनसंख्या पर भागवत ने कहा कि 2011 की जनगणना के 0-6 आयु वर्ग के पांथिक आधार पर प्राप्त आंकड़ों से ‘असमान’ सकल प्रजनन दर एवं बाल जनसंख्या अनुपात का संकेत मिलता है. यह इस तथ्य में से भी प्रकट होता है कि साल 1951 से 2011 के बीच जनसंख्या वृद्धि दर में भारी अंतर के कारण देश की जनसंख्या में जहां भारत में उत्पन्न मतपंथों के अनुयायिओं का अनुपात 88 प्रतिशत से घटकर 83.8 प्रतिशत रह गया है, वहीं मुस्लिम जनसंख्या का अनुपात 9.8 प्रतिशत से बढ़ कर 14.23 प्रतिशत हो गया है.

जनसंख्या नीति पर एक बार फिर से विचार किया जाना चाहिए. 50 साल आगे तक का विचार कर नीति बनानी चाहिए और उस नीति को सभी पर समान रूप से लागू करना चाहिए, जनसंख्या का असंतुलन देश और दुनिया में एक समस्या बन रही है
RSS प्रमुख मोहन भागवत

तालिबान पर भागवत

भागवत ने तालिबान के बहाने पाकिस्तान और चीन पर हमला बोला है- उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनना . उनका अपना पूर्वचरित्र, जुनूनी कट्टरता और अत्याचार व इस्लाम के हवाले से दहशतगर्दी - तो अपनेआपमें ही सबको तालिबान के बारे में आशंकित करने के लिये पर्याप्त है. अब तो उनके साथ चीन, पाकिस्तान भी जुड़कर एक अपवित्र गठबंधन बन गया है. अब्दाली के बाद एक बार फिर हमारी सीमा गंभीर चिंता का विषय बन रही है. तालिबान की ओर से कभी शांति की तो कभी काश्मीर की बात होती रही है.

तालिबान का चरित्र हम सब जानते हैं, तालिबान से हमे सावधान रहना चाहिए. उसकी बातें दो प्रकार की है, कभी कहता हैं हम अच्छे से रहेंगे, कभी कहता है तो पहले ही तरह रहेंगे. उसका समर्थन करने वालों में चीन और पाकिस्तान है. तालिबान अगर बदला भी होगा तो क्या पाकिस्तान बदला है, बुरे से बुरा आदमी बदल सकता है, लेकिन सचेत रहकर ही बातचीत करना चाहिए.

घुसपैठ पर क्या बोले भागवत

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
देश के सीमावर्ती प्रदेशों और असम, पश्चिम बंगाल और बिहार के सीमावर्ती जिलों में तो मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है, जो स्पष्ट रूप से बंगलादेश से अनवरत घुसपैठ का संकेत देता है.

भागवत ने आगे कहा कि यह भी एक सत्य है कि अवैध घुसपैठियें राज्य के नागरिकों के अधिकार हड़प रहे है और इन राज्यों के सीमित संसाधनों पर भारी बोझ बन सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनैतिक और आर्थिक तनावों का कारण बन रहे हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT