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मध्य प्रदेश में मारे गए किसानों के परिवारवालों से मिलने जा रहे सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश, मेधा पाटकर, योगेंद्र यादव समेत 40 लोगों को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, पुलिस ने बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया.
बता दें कि मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से 6 किसानों की मौत हो गई थी. सामाजिक कार्यकर्ताओं और किसान नेताओं का रविवार को पीड़ित किसानों के परिवारवालों से मुलाकात पहले से तय थी.
तय कार्यक्रम के मुताबिक ये नेता रतलाम से मंदसौर के लिए निकले तो उन्हें मंदसौर की सीमा में प्रवेश करने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया.
रतलाम पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने बताया कि जिले में धारा 144 लागू है, इसके चलते आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार लोगों में 35 पुरुष और 5 महिलाएं शामिल थीं, सभी को जमानत पर रिहा कर दिया गया.
इससे पहले सामाजिक कार्यकर्ताओं और किसान नेताओं ने रतलाम में श्रद्धांजलि सभा कर मंदसौर में पुलिस की गोली से मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि दी. सभा में सभी नेताओं ने राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और कहा-
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की राज्य इकाई के सचिव बादल सरोज ने कहा कि पुलिस का य् कृत्य पूरी तरह अलोकतांत्रिक है. पुलिस ने किसके इशारे पर गोली चलाई, यह सबको पता है. इस दर्दनाक घटना की जितनी निंदा की जाए कम है.
वहीं मध्यप्रदेश किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष जसविंदर सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि राज्य सरकार को यह बात समझ लेनी चाहिए कि इस अलोकतांत्रिक कदम और गोलीबारी व गिरफ्तारी से किसान डरने वाले नहीं हैं.
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Published: 11 Jun 2017,11:03 PM IST