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यूपी के बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के लिए 28 मार्च का दिन सुर्खियों वाला रहा. सोशल से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया तक मुख्तार की चर्चा होती रही. कभी आधी रात दूसरी जगह ले जाने का जिक्र हुआ तो कभी काफिले की गाड़ी के खराब होने का. ऐसे में बताते हैं कि आखिर मुख्तार अंसारी के साथ ऐसा क्या हुआ कि वो 15 घंटे तक सुर्खियों में रहे?
मुख्तार अंसारी के बेटे और विधायक अब्बास अंसारी के नाम से एक ट्वीट किया गया. कहा गया कि पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को अभी देर रात बांदा जेल से लखनऊ ले जाने की तैयारी हो रही है. साजेश के तहत मेडिकल कैंसल करवा कर और फिर आधी रात को बांदा जेल से लखनऊ ले जाने की ये कथित तैयारी बड़ी अनहोनी घटना की आशंका पैदा कर रही है.
दरअसल मामला बांदा मंडल कारागार का है, जहां बीते 7 अप्रैल 2021 को पंजाब की रोपण जेल से बाहुबली मुख्तार अंसारी को लाया गया था. जब अब्बास अंसारी का ट्वीट वायरल हुआ तो जेल परिसर के अंदर जिले के आला अधिकारी पहुंचने लगे. मुख्तार का रात में ही मेडिकल चेकअप कर उन्हें लखनऊ शिफ्ट करने की तैयारी की जाने लगी.
देर रात एक बजे लगभग सीएमओ की गाड़ी जेल परिसर के बाहर निकली. इसी बीच मुख्तार अंसारी के बेटे ने ट्वीट कर आरोप लगाए की उनके पिता को जबरन रात में मेडिकल कराकर लखनऊ शिफ्ट किया जा रहा है. सुबह लगभग 7 बजे जेल परिसर के अंदर से एक वज्र वाहन के साथ एंबुलेंस निकली और फतेहपुर रायबरेली के रास्ते लखनऊ की तरफ जाने लगी.
मुख्तार अंसारी के वकील काजी शबिउर्रहमान ने बांदा के जेल अधीक्षक को पत्र लिखकर कहा था कि बीमारी के चलते मुख्तार अंसारी को कोर्ट में पेश ना किया जाए. बांदा से लखनऊ ले जाने के दौरान एक और घटना ने सुर्खियां बटोरने का काम किया. मुख्तार की सुरक्षा में चल रहा वज्र वाहन बीच रास्ते में ही खराब हो गया. बिना वज्र वाहन के एंबुलेंस से लखनऊ लाया गया.
मुख्तार अंसारी की लखनऊ में एमपी एमएलए कोर्ट में पेशी हुई. लगभग 15 घंटे बाद मुख्तार वापस बांदा जेल पहुंचा. अब 8 अप्रैल को मामले की अगली सुनवाई होगी.
इनपुट- मनोज कुमार
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