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ऐसा लगता है कि लंबे वक्त से एक-दूसरे के सहयोगी रहे बीजेपी और शिवसेना के रिश्ते अब नाजुक दौर से गुजर रहे हैं. बीजेपी के सीनियर नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने दोनों पार्टियों के बीच तालमेल को लेकर एक अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि साल 2019 के लोकसभा और महाराष्ट्र चुनाव के लिए शिवसेना के साथ गठबंधन को लेकर तब तक कोई बात नहीं होगी, जब तक शिवसेना खुद पहल न करे.
मुनगंटीवार आगामी चुनावों में शिवसेना को साथ लाने की काफी कोशिश कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी रिश्ते सुधारने को लेकर पहल कर चुकी है, लेकिन उद्धव ठाकरे की पार्टी की ओर से कोई जवाब नहीं आया है.
प्रदेश में वित्त और योजना मंत्री मुनगंटीवार ने कहा, ‘‘हम हमेशा यह चाहते रहे हैं कि बीजेपी और शिवसेना मिलकर चुनाव लड़ें, लेकिन हमारे सहयोगी से कोई जवाब नहीं मिला है. इसलिए हमने अब यह फैसला किया है कि अपनी तरफ से तब तक गठबंधन पर बातचीत नहीं करेंगे, जब तक शिवसेना पहला कदम नहीं उठाती है.''
मुनगंटीवार ने कहा:
पिछले साल जनवरी में शिवसेना ने कहा था कि वह बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करेगी, 2019 का लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ेगी.
केंद्र और राज्य सरकार में शिवसेना बीजेपी की सहयोगी है. नाराज शिवसेना ने ऐलान किया था कि हिंदू वोट को एकजुट रखने के चलते उसने अब तक राज्य के बाहर चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन अब स्थिति बदलेगी.
हालांकि 6 अप्रैल को बीजेपी के स्थापना दिवस पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि उन्हें वाकई उम्मीद है कि बीजेपी और शिवसेना एकसाथ आएंगे. पिछले महीने मुनगंटीवार और उद्धव के बीच होने वाली मीटिंग 2 बार मूर्त रूप नहीं ले पाई, क्योंकि उद्धव कहीं और बिजी थे.
बता दें कि दोनों पार्टियों ने महाराष्ट्र में 28 मई को 2 लोकसभा सीटों और एक विधानसभा सीट के लिए होने जा रहे उपचुनाव में गठबंधन नहीं किया है.
(इनपुट भाषा से)
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