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महाराष्ट्र के अनुभवी नेता शरद पवार की नई पार्टी का नाम 'राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी - शरदचंद्र पवार' होगा. इसकी जानकारी बुधवार, 7 फरवरी को भारतीय चुनाव आयोग ने दी. चुनाव आयोग ने एक दिन पहले ही फैसला सुनाया है कि उनके भतीजे अजीत पवार के नेतृत्व वाला गुट ही 'असली' एनसीपी है. ऐसे में शरद पवार को नई पार्टी के नाम और नए चुनाव चिन्ह के लिए 3-3 ऑप्शन पेश करने के लिए कहा गया था.
मंगलवार, 6 फरवरी को चुनाव आयोग ने अजित पवार को पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह प्रदान किया. उसने यह तर्क दिया कि अजित पवार का गुट ही 'असली' राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी है क्योंकि राज्य विधानसभा में उसके अधिक विधायक हैं.
एनसीपी के पास 53 विधायक हैं और उनमें से केवल 12 ही शरद पवार के साथ हैं. इसके बाद शरद पवार को वैकल्पिक नाम देने के लिए आज शाम 4 बजे तक का समय दिया गया था.
इससे पहले चुनाव आयोग ने 'शिवसेना बनाम शिवसेना' की लड़ाई में भी ऐसा ही फैसला सुनाया था. एकनाथ शिंदे (शिवसेना को तोड़ा और बीजेपी के साथ गठबंधन करने के बाद मुख्यमंत्री बने) के नेतृत्व वाले गुट को 'असली शिवसेना' के रूप में मान्यता दी गई थी.
शरद पवार गुट के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल ने कहा है कि शरद पवार का खेमा चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगा.
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