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बीजेपी की सहयोगी पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने किसान आंदोलन के समर्थन में तीन संसदीय समितियों से इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष बेनीवाल ने खत में कुछ उदाहरण देते हुए लिखा है कि लोकसभा की समितियों की सिफारिश और समिति की दखलंदाजी के बावजूद किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से समितियों का जो महत्व लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रदत्त है उसका कोई औचित्य नहीं रहता.
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर कहा था कि अगर किसान कानूनों को वापस नहीं लिया गया तो वो गठबंधन छोड़ देंगे. नागौर से सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष बेनीवाल ने चिट्ठी में लिखा है कि किसान आंदोलन को देखते हुए न सिर्फ किसान कानूनों को वापस लिया जाए साथ ही स्वामीनाथ आयोग की पूरी सिफारिशों को लागू किया जाए.
हनुमान बेनीवाल की ये भी मांग है कि दिल्ली में किसानों को मांग के मुताबिक, उचित जगह दिया जाए, जिससे बातचीत हो सके. उन्होंने आगे लिखा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो एनडीए में बने रहने पर विचार करना होगा.
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