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बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुमत हासिल कर लिया है. जेडीयू-बीजेपी के पक्ष में 131 वोट पड़े और विरोध में 108 वोट डाले गए.
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने शुरू में ध्वनिमत से मतदान कराने की कोशिश की लेकिन दोनों ओर से तेज आवाज और हंगामे की वजह से फैसला नहीं हो सका. इसके बाद लॉबी डिविजन से मतदान कराया गया, जिसमें विश्वास मत के प्रस्ताव के पक्ष में 131 मत जबकि विरोध में 108 मत पड़े.
वहीं, सबसे बड़े पार्टी आरजेडी के खाते में 80, कांग्रेस के 27 और सीपीएम के पास 3 विधायक हैं.
विधानसभा से बाहर निकलने के बाद बीजेपी के नेता प्रेम कुमार ने कहा कि ये पहले से ही तय था कि बिहार की जनता उनके के साथ है. उन्होंने कहा कि आज पूरा परिवार खुश है. उन्होंने विश्वास मत प्राप्त करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी.
बिहार विधानसभा में विश्वास मत पर वोटिंग से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू परिवार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, “कुर्सी राजभोग के लिए नहीं होती, सेवा करने के लिए होती है. हमने जो फैसला लिया, वो बिहार के हित में है.”
बिहार विधानसभा में विश्वास मत के प्रस्ताव के पेश होने के बाद से लगातार हंगामा जारी है. हंगामे के बीच विश्वास मत पर वोटिंग शुरू हो गई है.
इससे पहले, आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. दरअसल, आरजेडी ने फ्लोर टेस्ट के दौरान गुप्त मतदान की मांग की थी. उनकी मांग को खारिज कर दिया गया जिसके बाद से विधानसभा के बाहर और अंदर हंगामा जारी है.
तेजस्वी को विपक्ष का नेता बनाया गया है. तेजस्वी ने नीतीश पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने जनता को धोखा दिया है.
तेजस्वी ने कहा,
तेजस्वी ने कहा, “हमने नीतीश कुमार पर कोई दबाव नहीं बनाया था”
इस बीच, बिहार हाइकोर्ट में आरजेडी की तरफ से दायर याचिका को मंजूर कर लिया गया है. दरअसल, राज्यपाल की तरफ से नीतीश को पहले सरकार बनाने के लिए बुलाने के खिलाफ याचिका दी गई थी.
बिहार में एनडीए के साथ गठबंधन से बनी जेडीयू की सरकार को कुछ ही देर में बहुमत साबित करना है. आरजेडी ने विधानसभा में गुप्त मतदान कराने की मांग की है. पार्टी ने कहा है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वो विधानसभा में हंगामा करेंगे.
विधानसभा में आंकड़ों का गणित देंखें तो बिहार की 243 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 122 विधायकों की जरूरत है. इसमें बीजेपी के 53, जेडीयू के 71, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के 2, लोकजनशक्ति पार्टी के 2 और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के एक विधायक सरकार के साथ माने जा रहे हैं.
ऐसे में संभावना है कि सरकार को विश्वासमत हासिल करने में दिक्कत नहीं होने वाली है. एनडीए ने राज्यपाल को 132 विधायकों के समर्थन की सूची सौंपी है.
इस बीच आरजेडी के नेताओं ने बिहार विधानसभा के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया है. आरजेडी ने गुप्त मतदान की मांग की है.