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छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए CRPF जवानों के पार्थिव शरीर को ले जा रहे ट्रक को बिहार के सीएम नीतीश कुमार के काफिले के लिए मंगलवार को रोका गया.
बीजेपी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे जवानों की शहादत का अपमान बताया है.
बता दें कि शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को मंगलवार देर शाम पटना एयरपोर्ट से लाया जा रहा था. एयरपोर्ट से निकलते समय इसे रोका गया क्योंकि उस वक्त सीएम नीतीश एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उसी रास्ते से जाने वाले थे.
बीजेपी ने ये भी आरोप लगाए हैं कि सुकमा के शहीदों के शव को जब पटना एयरपोर्ट लाया गया तो सीएम समेत कोई भी मंत्री वहां मौजूद नहीं था. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने इस पूरी घटना को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में सीएम नीतीश को संवेदनशीलता बरतनी चाहिए थी.
सुशील मोदी ने इसको लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर भी निशाना साथा है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी शहीदों के शव से कुछ दूरी पर ही गेस्ट हाउस में बैठे रहे और श्रद्धांजलि अर्पित करने नहीं गए.
बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इससे बिहार की छवि धूमिल हुई है इसलिए सीएम को शहीदों के परिवारवालों और देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.
वहीं बिहार आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि
जेडीयू के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने कहा है कि बीजेपी राजनीतिक लाभ उठाने के लिए बेवजह का विवाद पैदा कर रही है. उन्होंने कहा कि सीएम ऐसी बातों को लेकर बेहद संवेदनशील रहा करते हैं बीजेपी झूठी कहानियां रच रही है.
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने शहीदों के काफिले को रोके जाने की बात से इनकार किया है. उन्होंने बताया कि विशेष एस्कॉर्ट पायलट के साथ जा रहे उस काफिले को नहीं रोका गया था.
बता दें कि मंगलवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सुकमा में शहीद हुए जवानों का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की घोषणा की थी.
साथ ही बिहार के शहीद 6 CRPF जवानों के परिवारवालों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की भी घोषणा की थी.
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