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एक राष्ट्र, एक चुनाव को लेकर पीएम मोदी ने बजट सत्र के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाई है. जिसके लिए सभी पार्टियों के प्रमुखों को न्योता दिया गया है. दूसरी बार सरकार बनते ही पीएम मोदी ने एक बार फिर अपनी इस महत्वाकांशी योजना पर काम शुरू कर दिया है. पीएम एक देश, एक चुनाव पर संसद में बहस भी करवाना चाहते हैं. इसी को लेकर पहला कदम सर्वदलीय बैठक के तौर पर उठाया गया है.
हालांकि विपक्ष का मूड बैठक को लेकर कुछ ठीक नहीं दिख रहा है. कई दलों के नेताओं ने बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक में हुई बातचीत के बारे में बताया है. सिंह ने कहा, "लगभग सभी दलों ने ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ का समर्थन किया है. CPI(M) और CPI का इसके लागू किए जाने के तरीके पर मतभेद था."
राजनाथ सिंह के मुताबिक 40 राजनीतिक दलों को मीटिंग का आमंत्रण भेजा गया था, जिसमे से 21 पार्टियों के अध्यक्ष मौजूद रहे और 3 पार्टियों ने अपने विचार लिख कर भेजे थे.
पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है. बैठक में गैर-एनडीए दलों के कई नेता शामिल हुए थे. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में एक देश- एक चुनाव पर मंथन हुआ.
कांग्रेस के मुंबई चीफ मिलिंद देवड़ा ने कहा है कि 'वन नेशन-वन इलेक्शन' पर खुले दिमाग से डिबेट की जरूरत है. देवड़ा ने कहा, "भारतीय वोटर लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अंतर करना जानता है."
बीजू जनता दल (बीजेडी) के चीफ नवीन पटनायक ने वन नेशन-वन इलेक्शन का समर्थन किया है.
गैर एनडीए दलों में बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक, एआईएमाईएम के अध्यक्ष असदउद्दीन ओवैसी, पीपीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला, सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई के महासचिव एस सुधाकर रेड्डी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी भी शामिल हुये.
एक देश- एक चुनाव पर मंथन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक शुरू हो चुकी है.
जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल, बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, वाईएसआरसीपी के जगन मोहन रेड्डी समेत कई अन्य दलों के नेता बैठक में मौजूद हैं.
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा है कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होगी. सांसद गोगोई ने संसद में मीडिया को बताया, जहां तक मुझे पता है, हमारी पार्टी बैठक में हिस्सा नहीं ले रही है.
सर्वदलीय बैठक में कई दलों के नेताओं ने शामिल होने से इनकार कर दिया. जिनमें ममता बनर्जी, एमके स्टालिन, एन चंद्रबाबू नायडू, केसीआर, अरविंद केजरीवाल और मायावती का नाम शामिल है.
पीएम मोदी की तरफ से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी शामिल होंगे. उनकी पार्टी की तरफ से ये जानकारी दी गई है. बता दें कि पीएम मोदी ने वन नेशन, वन इलेक्शन सहित कुछ अन्य मुद्दों को लेकर ये बैठक बुलाई है.
मायावती ने सर्वदलीय बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया और इस एक छलावा करार दिया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'किसी भी लोकतांत्रिक देश में चुनाव कभी कोई समस्या नहीं हो सकती है और न ही चुनाव को कभी धन के व्यय-अपव्यय से तौलना उचित है. देश में 'एक देश, एक चुनाव’ की बात वास्तव में गरीबी, महंगाई, बेरोजबारी, बढ़ती हिंसा जैसी ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्याओं से ध्यान बांटने का प्रयास व छलावा मात्र है.'
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Published: 19 Jun 2019,11:40 AM IST