मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019साइकिल-ऑटो से प्रचार कर जीतने वाले प्रताप सारंगी बने मंत्री

साइकिल-ऑटो से प्रचार कर जीतने वाले प्रताप सारंगी बने मंत्री

पीएम मोदी भी जब भी ओडिशा का दौरा करते हैं तब सारंगी से मिलते हैं.

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Updated:
प्रताप चंद्र सारंगी की ये फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है
i
प्रताप चंद्र सारंगी की ये फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है
null

advertisement

ओडिशा के बालासोर से लोकसभा सांसद चुनकर आए प्रताप चंद्र सारंगी ने मोदी कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली है. मोदी कैबिनेट में जो नए नाम शामिल हुए हैं उनमें से एक इनका भी नाम है. सबसे पहसे आपको बता दें कि सारंगी को ‘ओडिशा का मोदी’ नाम से भी जाना जाता है. संघ से आने वाले प्रताप सारंगी बालासोर में बेहद साधारण जिंदगी गुजारते हैं.

साइकिल और ऑटो रिक्शा चुनाव प्रचार

सारंगी ने बीजेडी के रवींद्र कुमार जेना को 12,956 वोटों से हराया.(फोटो: @anilnit323 /Twitter)

प्रताप चंद्र सारंगी ने लोकसभा चुनाव के दौरान अपने क्षेत्र में साइकिल और ऑटो रिक्शे में घूम-घूमकर प्रचार किया. सारंगी की पहचान कुर्ता पायजामा, सफेद लंबी दाढ़ी, सिर पर पके हुए सफेद बाल, साइकिल, एक झोला है. सारंगी के पास पक्का मकान नहीं हैं ऐसे में किसी को कोई काम हो या मिलना हो तो उसे प्रताप सारंगी की झोपड़ी में जाना होता है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्कारों से प्रभावित सारंगी की यही बातें हैं जो उन्हें लोगों के बीच पॉपुलर बनाती हैं. पीएम मोदी जब भी ओडिशा का दौरा करते हैं तब सारंगी से मिलते हैं.

2019 के चुनाव में प्रताप चंद्र सारंगी ने बीजू जनता दल के मजबूत गढ़ में जीत दर्ज की है. सारंगी ने बीजेडी के रवींद्र कुमार जेना को 12,956 वोटों से हराया.

बता दें कि सारंगी बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं और ओडिशा के नीलगिरी से 2 बार(2004-2009 और 2009-2014) विधायक भी रह चुके हैं. साल 2014 में सारंगी को बीजेपी ने लोकसभा का टिकट दिया था लेकिन वो हार गए थे.

64 साल के प्रताप चंद्र सारंगी का सारा जीवन समाज सेवा में ही गुजरा है(फोटोः PTI)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
सारंगी का पूरा जीवन समाज को समर्पित है. पिछले ही साल उनकी मां का निधन हुआ था. सारंगी ने शादी नहीं किया और उनके परिवार में कोई दूसरासदस्य नहीं है.

समाजसेवा है इकलौता काम!

64 साल के प्रताप चंद्र सारंगी का सारा जीवन समाज सेवा में ही गुजरा है. बताते हैं कि वो साधु बनना चाहते थे. इसके लिए रामाकृष्ण मठ भी गए लेकिन जब वहां के लोगों को पता चला कि सारंगी की मां विधवा हैं तो उनसे कहा गया कि वो मां की सेवा करें. प्रताप सारंगी ने गन शिक्षा मंदिर योजना के तहत गरीबों के लिए कई सारे स्कूल भी खोले हैं. साथ ही भ्रष्टाचार, शराब, पुलिस की मनमानी जैसे कई मुद्दों पर सारंगी ने सोशल कैंपेन किए हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 30 May 2019,10:52 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT