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ओडिशा के बालासोर से लोकसभा सांसद चुनकर आए प्रताप चंद्र सारंगी ने मोदी कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली है. मोदी कैबिनेट में जो नए नाम शामिल हुए हैं उनमें से एक इनका भी नाम है. सबसे पहसे आपको बता दें कि सारंगी को ‘ओडिशा का मोदी’ नाम से भी जाना जाता है. संघ से आने वाले प्रताप सारंगी बालासोर में बेहद साधारण जिंदगी गुजारते हैं.
प्रताप चंद्र सारंगी ने लोकसभा चुनाव के दौरान अपने क्षेत्र में साइकिल और ऑटो रिक्शे में घूम-घूमकर प्रचार किया. सारंगी की पहचान कुर्ता पायजामा, सफेद लंबी दाढ़ी, सिर पर पके हुए सफेद बाल, साइकिल, एक झोला है. सारंगी के पास पक्का मकान नहीं हैं ऐसे में किसी को कोई काम हो या मिलना हो तो उसे प्रताप सारंगी की झोपड़ी में जाना होता है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्कारों से प्रभावित सारंगी की यही बातें हैं जो उन्हें लोगों के बीच पॉपुलर बनाती हैं. पीएम मोदी जब भी ओडिशा का दौरा करते हैं तब सारंगी से मिलते हैं.
बता दें कि सारंगी बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं और ओडिशा के नीलगिरी से 2 बार(2004-2009 और 2009-2014) विधायक भी रह चुके हैं. साल 2014 में सारंगी को बीजेपी ने लोकसभा का टिकट दिया था लेकिन वो हार गए थे.
64 साल के प्रताप चंद्र सारंगी का सारा जीवन समाज सेवा में ही गुजरा है. बताते हैं कि वो साधु बनना चाहते थे. इसके लिए रामाकृष्ण मठ भी गए लेकिन जब वहां के लोगों को पता चला कि सारंगी की मां विधवा हैं तो उनसे कहा गया कि वो मां की सेवा करें. प्रताप सारंगी ने गन शिक्षा मंदिर योजना के तहत गरीबों के लिए कई सारे स्कूल भी खोले हैं. साथ ही भ्रष्टाचार, शराब, पुलिस की मनमानी जैसे कई मुद्दों पर सारंगी ने सोशल कैंपेन किए हैं.
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Published: 30 May 2019,10:52 PM IST