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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नए साल में यूपी के आगरा में अपनी पहली चुनावी रैली की. इस दौरान सवर्ण आरक्षण बिल को ऐतिहासिक बताते हुए मोदी ने कहा, “देश में चुनाव तो होते रहते हैं, मैं फायदा-नुकसान नहीं देखता. मैंने पहले भी कहा है कि अगर किसी वर्ग के लोगों को आरक्षण देना है, तो संविधान संशोधन ही एक रास्ता है, क्योंकि 50 फीसदी की सीमा तय है.”
मोदी ने कहा, “सवर्ण आरक्षण बिल का पास होना ऐतिहासिक है. आजादी के इतने साल के बाद देश में गरीबी को स्वीकार करते हुए समस्या का समाधान किया गया है. सामान्य वर्ग के गरीब लोगों को सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. दूसरी सरकारें किसी एक वर्ग के हिस्से से आरक्षण का अधिकार छीनकर दूसरे वर्गों को आरक्षण देना चाहती थीं.”
पीएम मोदी ने कहा:
सवर्ण आरक्षण बिल पर कैबिनेट की मुहर लगाने के बाद सवाल उठने लगा था कि सरकार ने ये फैसला आम चुनाव के समय ही क्यों लिया? चार साल से सरकार ये बिल क्यों नहीं लाई? इस पर मोदी ने पूछा, ''क्या हमारे देश में कोई छह महीने ऐसे होते हैं, जब कहीं न कहीं चुनाव न हो. तीन महीने पहले ये बिल लाता, तो आप कहते मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान चुनाव के लिए सरकार ये बिल लाई है. अगर इससे पहले लाता, तो कहा जाता कि सरकार कर्नाटक चुनाव में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए लाई है. यानी भारत में चुनाव चलते रहते हैं. इसलिए मैं कहता हूं लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने चाहिए.''
पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना, जिसे ‘मोदी केयर’ के नाम से भी जाना जाता है, इसके तहत 100 दिनों के भीतर ही सात लाख से ज्यादा गरीब बच्चों का इलाज या तो हो गया है या अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है.
मोदी ने कहा:
आगरा में पानी की समस्या को दूर करने के लिए पीएम मोदी ने 3000 करोड़ रुपये की गंगा परियोजना की शुरुआत की. इसके साथ ही जिले में टूरिज्म को बढ़ाने के लिए रेल और हेलिकॉप्टर पोर्ट का शिलान्यास भी किया गया है.
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