advertisement
2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद 25 मई को आयोजित कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक का एक और ‘किस्सा’ सामने आया है. बैठक के दौरान प्रियंका गांधी ने कुछ नेताओं पर नाराजगी जताई. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रियंका गांधी ने कहा, "पार्टी के टॉप नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अकेले लड़ने के लिए छोड़ दिया."
वर्किंग कमिटी की बैठक के दौरान जब राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने इस्तीफे की पेशकश की, तब पार्टी के कुछ नेताओं ने उनसे इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश की थी. इसी दौरान प्रियंका ने कहा-
पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रियंका गांधी ने चार घंटे की बैठक के दौरान एक से ज्यादा बार अपना आपा खोया.
बैठक में प्रियंका ने कम से कम दो बार बीच में टोका और मौका देखकर एक बार कहा, "किसी ने भी राफेल और 'चौकीदार चोर है' मुहिम को आगे बढ़ाने में कांग्रेस अध्यक्ष का समर्थन नहीं किया."
प्रियंका ने ये भी कहा, "पार्टी की हार के लिए इस कमरे में बैठा हर शख्स जिम्मेदार है."
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी बैठक में पार्टी के कुछ दिग्गज नेताओं से नाराज दिखे. राहुल ने इन नेताओं पर उनके बेटों के हितों को पार्टी हित से ऊपर रखने का आरोप लगाया. इन नेताओं में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम शामिल हैं.
राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर अपने बेटों को टिकट दिलवाने के लिए जोर लगाने का आरोप लगाया. राहुल ने यह बात तब कही, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पार्टी को स्थानीय नेताओं पर ध्यान देना चाहिए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 27 May 2019,04:35 PM IST