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राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच हाल ही में फोन पर हुई बातचीत के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे हैं. राहुल ने एक ट्वीट करके इस बातचीत पर दोनों देशों की तरफ से जारी बयानों की तस्वीरें शेयर की हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा है, ''राष्ट्रीय हित सबसे ऊपर है. इसकी रक्षा करना भारत सरकार का कर्तव्य है.'' यह कहते हुए राहुल ने पूछा है, ''पहले की यथास्थिति पर जोर क्यों नहीं दिया गया?''
राहुल ने यह भी पूछा है, ''चीन को हमारे क्षेत्र में 20 निहत्थे जवानों की हत्या को सही ठहराने की अनुमति क्यों दी गई? गलवान घाटी की क्षेत्रीय संप्रभुता का कोई जिक्र क्यों नहीं है?''
भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि डोभाल और वांग के बीच रविवार को फोन पर बातचीत हुई थी. डोभाल और वांग दोनों देशों के बीच सीमा वार्ता से संबंधित विशेष प्रतिनिधि हैं.
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में इस बातचीत को ‘‘खुली और विचारों का व्यापक आदान-प्रदान’’ करार दिया और कहा कि डोभाल और वांग इस बात पर सहमत हुए कि दोनों पक्षों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करना चाहिए.
चीन के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने सीमा पर तनाव कम करने के लिए स्पष्ट और गहन विचार-विमर्श किया और सकारात्मक आम सहमति पर पहुंचे.'' इसमें आगे कहा गया है,
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा एलएसी पर भारत और चीन के बीच पिछले कई हफ्तों से गतिरोध चल रहा है. इस बीच 15-16 जून की रात दोनों देशों के बीच गलवानी घाटी में हिंसक झड़प हो गई, जिसमें एक कर्नल सहित भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए. इस झड़प में चीनी सेना को भी नुकसान पहुंचने की खबरें हैं.
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Published: 07 Jul 2020,01:18 PM IST