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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने आगामी कदमों को लेकर लग रही अटकलों के बीच गुरुवार को कहा कि वह नहीं, बल्कि उनकी पार्टी उनके उत्तराधिकारी के संबंध में फैसला करेगी. गांधी से जब यह पूछा गया कि उनके बाद किसे कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाएगा, तो उन्होंने कहा कि उनके उत्तराधिकारी के बारे में वह फैसला नहीं लेंगे.
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद, बाहर आते हुए गांधी ने राफेल विमान सौदे पर कहा कि आज भी उनका वही रुख है कि इस सौदे में चोरी हुई है.
लोकसभा चुनाव में हार के बाद से राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने को लेकर अड़े हुए हैं, लेकिन कांग्रेस के सर्वोच्च निर्णायक निकाय कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) ने उनके इस्तीफे के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है और उन्हें सभी स्तरों पर पार्टी का पुनर्गठन करने को कहा है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से देश हित में पार्टी प्रमुख बने रहने की अपील की है. गहलोत ने कहा, "हमने राहुलजी से देश और लोगों के हित में पार्टी का नेतृत्व संभाले रहने का आग्रह किया है."
कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा में पार्टी के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद शीर्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी. पार्टी को केवल 52 सीटें मिली हैं. गहलोत ने कहा, "राहुल गांधी ने बीते पांच सालों में बेरोजगारी और युवाओं के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लड़ाई छेड़ी हुई है."
गहलोत ने कहा कि सभी कांग्रेसी सांसदों को राहुल के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी अपने दिल से बोलते हैं. राहुल वह आदमी नहीं है जिनकी कथनी और करनी में अंतर होता है."
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Published: 20 Jun 2019,04:15 PM IST