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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अब अपनी पार्टी से सीधे शब्दों में कह दिया है कि वो ज्यादा दिन तक अधयक्ष पद पर नहीं रह सकते हैं. राहुल ने कहा कि पार्टी जल्द से जल्द नए अध्यक्ष का चुनाव करे. इसमें किसी भी तरह की देरी करना बेकार है. उन्होंने कहा है कि मैं अपना इस्तीफा पहले ही दे चुका हूं और अब ज्यादा देर तक पद पर नहीं रह सकता हूं.
कांग्रेस के कई नेताओं की तरफ से राहुल गांधी को अध्यक्ष पद पर बने रहने की सलाह दी गई. लेकिन राहुल किसी की नहीं माने. खुद उनकी मां और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने भी उनको इस्तीफा न देने की सलाह दी थी. लेकिन राहुल लगातार हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की बात कर रहे थे. जिसके बाद अब उन्होंने खुद बयान दिया है और पार्टी को अध्यक्ष चुनने को कहा है.
हाल ही में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में पार्टी सांसदों ने राहुल गांधी को मनाने की अंतिम कोशिश की, लेकिन राहुल अपने फैसले पर कायम रहे और कहा कि वह अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगे. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी से कहा कि हार की जिम्मेदारी पूरी पार्टी की है, वो खुद इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं. सभी 51 सांसदों ने भी उनसे यही बात कही, लेकिन राहुल गांधी ने किसी की नहीं मानी
राहुल गांधी के इस्तीफे की खबर सुनते ही उनके समर्थकों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. राहुल गांधी के आवास के बाहर पिछले कई दिनों से उनके समर्थक जुटे हैं और उनसे अपना फैसला वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
हाथों में पोस्टर और बैनर लिए समर्थकों का कहना है कि पार्टी और देश को राहुल गांधी की जरूरत है, इसीलिए उनका इस्तीफा देना सही नहीं है.
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Published: 03 Jul 2019,02:33 PM IST