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राजस्थान (Rajasthan) के रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) ने बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा (Barmer Seat) लोक सभा (Lok Sabha Election 2024) सीट से निर्दलीय के रूप में नामांकन दाखिल किया है. जब वे नामांकन दाखिल करने पहुंचे तो उनके समर्थन में पहुंची भीड़ देखने लायक थी. यहां से बीजेपी-कांग्रेस ने भी दिग्गज उम्मीदवार खड़े किए हैं, ऐसे में यहां का चुनाव दिलचस्प होगा.
महज 26 साल की उम्र के रविंद्र भाटी राजस्थान की शिव विधानसभा सीट से विधायक हैं. भाटी किसी पार्टी के चिन्ह पर विधानसभा नहीं पहुंचे, बल्कि अपने दम पर उन्होंने चुनाव लड़ा और दिग्गजों को मात दी.
शिक्षक के बेटे भाटी ने सबसे पहले जोधपुर की जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी में छात्र संघ का चुनाव लड़ा, उस समय वे एबीवीपी की ओर से लड़ना चाहते थे. लेकिन एबीवीपी ने उन्हें अपना उम्मीदवार नहीं बनाया.
इसके बाद राजस्थान की राजनीति में एंट्री लेकर उन्होंने शिव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला लिया और वे बीजेपी में शामिल हो गए, क्योंकि वे 2023 के चुनाव में उतरना चाहते थे. लेकिन इस बार भी बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया.
शिव विधानसभा चुनाव में रविंद्र सिंह भाटी को 79,495 वोट मिले, वहीं फतेह खान को 75,545 वोट मिले, उधर 84 साल के विधायक अमीन खान को 55,264 वोट मिले, बीजेपी के स्वरूप सिंह खारा को 22,820 और आरएलपी के जालम सिंह रावलोत को 7,345 वोट मिले थे.
हालांकि, कुछ महीनों में ही अब रविंद्र सिंह भाटी ने लोक सभा चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दी है.
बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा सीट हॉट सीट बन चुकी है. इस सीट से तीन प्रत्याशी दिग्गज हैं.
बीजेपी ने वर्तमान सांसद और केंद्र में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी यहां से चुनावी मैदान में उतारा है,
कांग्रेस ने हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से आए उम्मेदाराम बेनीवाल को टिकट दिया है.
खुद भाटी भी दिग्गज नेता हो गए हैं. ऐसे में इस सीट से त्रिकोणीय मुकाबला तय है.
बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा सीट पिछले दो लोक सभी चुनावी नतीजों में बीजेपी के कब्जे में रही है.
2019 लोकसभा चुनाव:
इस सीट से बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी नेता कैलाश चौधरी ने 8,46,526 या 59.5% वोट पाए थे. इन्होंने 22.7% वोट मार्जिन से जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने इस चुनाव में भी चौधरी पर ही दांव चला है.
कांग्रेस ने इस सीट से मानवेंद्र सिंह को टिकट दिया था जिन्हें 5,22,718 या 37% वोट मिले थे.
इस सीट से 7 प्रत्याशियों को नकार कर नोटा तीसरे पायदान रहा, नोटा के लिए 18,996 वोट डाले गए थे.
2014 लोकसभा चुनाव:
बीजेपी के कर्नल सोना राम ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी. कर्नल को 4,88,747 या 40.1% वोट मिला था. कर्नल ने 7.2% वोट मार्जिन से जीत दर्ज की थी.
कांग्रेस ने हरीश चौधरी को टिकट दिया था जिन्हें 2,20,881 या 18.1% वोट मिले थे.
वहीं निर्दलीय प्रत्याशी जसवंत सिंह ने कड़ी टक्कर देते हुए 4,01,286 या 32.9% वोट पाए थे.
2009 लोकसभा चुनाव:
बीजेपी ने मानवेंद्र सिंह को टिकट दिया था लेकिन वे इस सीट से हार गए थे. उन्हें 2,97,391 या 37.8% वोट मिले थे.
कांग्रेस ने हरीश चौधरी को टिकट दिया था जिन्होंने जीत दर्ज की थी. इन्हें 4,16,497 या 53% वोट मिले थे.
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