मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019मुंबई कांग्रेस में संजय निरुपम के नेतृत्व पर क्यों उठ रहे हैं सवाल

मुंबई कांग्रेस में संजय निरुपम के नेतृत्व पर क्यों उठ रहे हैं सवाल

शिकायतों के बावजूद आखिर क्यों नहीं हो रही संजय निरुपम पर कार्रवाई

रौनक कुकड़े
पॉलिटिक्स
Updated:
मुंबई कांग्रेस में संजय निरुपम के नेतृत्व पर क्यों उठ रहे हैं सवाल
i
मुंबई कांग्रेस में संजय निरुपम के नेतृत्व पर क्यों उठ रहे हैं सवाल
(फोटो: हिंदी क्विंट)

advertisement

वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज

आम चुनाव से ठीक पहले मुंबई कांग्रेस एक नई मुसीबत में फंसती दिख रही है. मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के नेतृत्व को लेकर सवाल उठने लगे हैं. अब तक तो ये कलह भीतर-भीतर चल रही थी, लेकिन अब मामला थोड़ा आगे बढ़ गया है.

मुंबई कांग्रेस के बड़े नेता सीधे-सीधे संजय निरुपम के नेतृत्व के खिलाफ नाराजगी जताने लगे हैं. मुंबई कांग्रेस के नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा है कि पार्टी में जो कुछ चल रहा है, उससे वो बिलकुल भी खुश नहीं हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ संजय निरुपम(फोटोः IANS)

मिलिंद देवड़ा ने निरुपम के नेतृत्व पर उठाए सवाल

ऐसे में सवाल ये है कि एक तरफ राहुल गांधी पूरे देश में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट कर पार्टी को मजबूत करने की कोशिश में लगे हैं, दूसरी तरफ मुंबई कांग्रेस में अंदरूनी कलह और गुटबाजी के चलते हालात ठीक नहीं दिख रहे हैं.

मिलिंद देवड़ा का कहना है कि संजय निरुपम किसी को साथ लेकर चलना नहीं चाहते, जो पार्टी के लिए चुनाव से पहले घातक है. देवड़ा का दावा है कि इससे पहले मुंबई कांग्रेस में ऐसा कभी नहीं हुआ.

लेकिन संजय निरुपम के दबदबे का आप इस बात से आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि निरुपम को लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व के पास पिछले 6 महीनों में कई डेलीगेशन पहुंच चुके हैं, लेकिन उनके विरोधियों की कोई कोशिश अब तक कामयाब होती नहीं दिख रही है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

आखिर क्यों नहीं होती संजय निरुपम पर कार्रवाई

ऐसे में सवाल ये भी है कि आखिर संजय निरुपम पर कार्रवाई क्यों नहीं होती? मुंबई कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं के विरोध के बाद भी आलाकमान कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है? आखिर क्यों राहुल गांधी और राष्ट्रीय नेतृत्व निरुपम के पीछे खड़े दिखाई देते हैं.

इसके पीछे की वजह है निरुपम का लगातार मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष के नाते विपक्ष में रहकर संघर्ष करना. पिछले 4 साल से संजय निरुपम मुंबई में कांग्रेस का चेहरा बनकर उभरे हैं, चाहे महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार को घेरना हो या मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ सड़क पर आंदोलन.   

विधानसभा में कांग्रेस के नेता विपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल, सीएम देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ ज्यादा आक्रामक नहीं दिखते, इसके पीछे वजह चाहे जो भी हो.

ऐसे में संजय निरुपम मुख्यमंत्री फडणवीस के खिलाफ हमला बोलने से नहीं चूकते. फडणवीस पर सिडको घोटाले का आरोप संजय निरुपम ने लगाया, जिसके बाद इस मामले में सरकार को जांच शुरू करनी पड़ी.

राहुल गांधी ने राफेल के मामले में मोदी सरकार और अनिल अंबानी को दिल्ली में घेरा, तो मुंबई की सड़कों पर निरुपम ने जोरदार मोर्चा संभाला. मोदी सरकार पर हमला भी बोला.

इतना ही नहीं, पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दामों को लेकर विपक्ष के भारत बंद को मुंबई में सफल बनाना हो या कोई दूसरा आंदोलन, संजय निरुपम ने बड़ी ताकत से इसे सफल बनाया.

(फोटोः @sanjaynirupam)

चुनाव आते ही दिखने लगे ये चेहरे

ध्यान देने वाली बात ये है कि इन सब आंदोलनों में निरुपम का साथ देने सड़क पर कोई बड़ा कांग्रेसी चेहरा नहीं दिखा, चाहे वो मिलिंद देवड़ा हों, कृपाशंकर सिंह हों या प्रिया दत्त. लेकिन अब चुनाव करीब हैं, तो ये नेता धीरे-धीरे दिखने लगे हैं. मीडिया में बयान देना हो या कम से कम नाराजगी हो, कुछ न कुछ बोल ही दे रहे हैं.

संजय निरुपम पर हमले का आधार बीएमसी चुनाव में सफलता नहीं मिलने को भी बताया जा रहा है. दरअसल टिकट बंटवारे में निरुपम की ही चली थी, पार्टी ने भी उन पर पूरा भरोसा जताया था.

लेकिन हालात ये बता रहे हैं कि विरोधी चाहे जितनी भी कोशिश कर लें, निरुपम को हटाना विरोधियों के लिए मुश्किल होगा. लेकिन इसका बुरा असर पार्टी पर होगा, क्योंकि विरोधी कांग्रेस की अंदरूनी कलह को मुद्दा जरूर बनाएंगे.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 05 Feb 2019,09:43 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT