मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019कृषि विधेयकों के वापस लेने तक केंद्र से कोई बात नहीं: अकाली दल

कृषि विधेयकों के वापस लेने तक केंद्र से कोई बात नहीं: अकाली दल

शिरोमणि अकाली दल, NDA का घटक दल है. लेकिन कृषि विधेयकों को लेकर बीजेपी के साथ SAD की ठन गई है

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
सुखबीर सिंह बादल
i
सुखबीर सिंह बादल
(फोटो: फेसबुक)

advertisement

कृषि विधेयकों के मुद्दे पर इन दिनों देश की राजनीति में बवाल आया हुआ है. इस बीच मोदी कैबिनेट छोड़ चुके शिरोमणि अकाली दल ने साफ किया है कि जब तक केंद्र विधेयकों को वापस नहीं ले लेता, तब तक केंद्र से किसी तरह की बातचीत नहीं की जाएगी.

बता दें शिरोमणि अकाली दल एनडीए का घटक दल है, लेकिन कृषि विधेयकों के मुद्दे पर पार्टी की एकमात्र केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है.

शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इस मौके पर कहा,

अब हम पंजाब जाएंगे, जहां हम पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करेंगे. चूंकि शिरोमणि अकाली दल किसानों की पार्टी है, इसलिए हम संघर्ष करेंगे. जब तक यह विधेयक वापस नहीं हो जाते, केंद्र के साथ किसी भी तरह की बातचीत नहीं की जाएगी.
सुखबीर सिंह बादल

सुखबीर सिंह बादल ने साफ किया कि उनकी पार्टी किसानों की पार्टी है और वे संघर्ष में अपनी स्थिति बनाए रखेंगे.

राज्यसभा में पेश हुए कृषि विधेयक

बता दें कृषि विधेयकों को 17 सितंबर के दिन लोकसभा में पारित करवाया जा चुका है. आज उन्हें राज्यसभा में पेश किया गया है. इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि यह विधेयक किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे. उन्होंने कहा कि कुछ लोग गलत बात फैला रहे हैं कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य वाली व्यवस्था का खात्मा हो जाएगा. वहीं कांग्रेस ने विधेयकों को किसानों का डेथ वारंट करार दिया.

इन कृषि विधेयकों का पूरे देश में कड़ा विरोध हो रहा है. आज हरियाणा में भी एक बड़ी किसान रैली का आयोजन किया गया है.

पढ़ें ये भी: दिल्ली में बाहर खाना कितना सेफ? कई रेस्टोरेंट से रिपोर्ट

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT