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महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अभी तक सरकार बनाने को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है. इस बीच शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत को इस मामले पर पहल करने के लिए लेटर लिखा है.
हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना साथ मिलकर लड़ी थीं. इस चुनाव में बीजेपी 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है. वहीं शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली है. बात विपक्षी गठबंधन की करें तो एनसीपी को 54 सीटों पर जीत मिली है, वहीं कांग्रेस के खाते में 44 सीटें आई हैं. 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 145 का है.
इस चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना बीजेपी को सत्ता भागीदारी के 50-50 फॉर्मूले की याद दिलाकर मुख्यमंत्री पद पर दावा कर रही है. हालांकि, फिलहाल बीजेपी शिवसेना की इस मांग को मानती नहीं दिख रही.
शिवसेना नेता संजय राउत ने 5 नवंबर को कहा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राउत ने कहा,
एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने की अटकलों पर राउत ने कहा, ''महाराष्ट्र का फैसला सिर्फ यहीं होगा. उद्धव (ठाकरे) जी इस फैसले को लेंगे. क्या शरद पवार और सोनिया गांधी ने कोई बयान दिया है? राजनीति में हर जगह अफवाहें उड़ती हैं.''
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देंवेंद्र फडणवीस के आवास पर 5 नंवबर को एक बैठक बुलाई गई. इस बैठक में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया. बैठक के बाद महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा,
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''अभी तक शिवसेना की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं आया है, वो जल्द ही इसे देगी. हमारे दरवाजे खुले हुए हैं.''
कांग्रेस और एनसीपी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडलने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की. राज्यपाल के मुलाकात के बाद, अजित पवार ने कहा कि राज्यपाल से किसानों के हालात पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि बेमौसम बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान पर राज्यपाल से बातचीत हुई.
बता दें कि महाराष्ट्र में किसकी सरकार बनेगी, ये अब भी साफ नहीं हो सका है.
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Published: 05 Nov 2019,04:03 PM IST