advertisement
संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) का समर्थन करने के महज 24 घंटे बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने CAB पर पूरी तरह से यू-टर्न ले लिया. उद्धव ठाकरे ने कहा “ये बीजेपी का भ्रम है, हम CAB से असहमत हैं, वो 'देशद्रोही' हैं.”
ओवैसी ने शिवसेना के इस यू-टर्न को ‘भांगड़ा पॉलिटिक्स’ बताया है. ओवैसी ने कहा वो अपने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में 'धर्मनिरपेक्ष' लिखते हैं, ये विधेयक धर्मनिरपेक्षता और अनुच्छेद 14 के खिलाफ है. ये अवसरवाद की राजनीति है.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर कोई नागरिक इस विधेयक से भयभीत है तो सरकार को उसके संदेह को दूर करना चाहिए. वो हमारे नागरिक हैं. इसलिए उनके सवाल का जवाब दिया जाना चाहिए. हम चीजों के स्पष्ट होने तक विधेयक (नागरिकता संशोधन विधेयक) को समर्थन नहीं देंगे.
इससे पहले संसद में सरकार और विपक्ष के बीच नागरिकता संशोधन विधेयक पर तीखी बहस हुई. इस बीच हैदराबाद से AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने विधेयक का विरोध करते हुए लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल की कॉपी फाड़ दी.
ओवैसी का कहना है कि ये कानून हर तरीके से फेल साबित होगा. इसीलिए वह इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं. ओवैसी ने कहा-
ओवैसी ने कहा- ये कानून तो हिटलर के कानून से भी बदतर है. आपने (सरकार) भारत को कहां लाकर छोड़ दिया. हम मुसलमानों का गुनाह क्या है?... कि हम मुसलमान हैं...पाकिस्तान से मत लीजिए, अफगानिस्तान से मत लीजिए. लेकिन मुसलमानों के नजरिए से आपको सोचना पड़ेगा. आप उन्हें क्या संदेश दे रहे हैं. आप सब मुसलमानों को दबा रहे हैं. आप सीने पर पैर रखकर कह रहे हैं कि अब तुम इस मुल्क के शहरी नहीं हो. अब तुम्हें स्टेटलैस बनाया जाएगा.
AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि ये कानून इसलिए लाया जा रहा है, ताकि दोबारा देश का बंटवारा हो.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 10 Dec 2019,08:14 PM IST