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उत्तर प्रदेश में जारी चुनावी महासमर अब पूरी तरह से 'महाभारत' का रूप लेता जा रहा है. अपने बयानों और भाषणों की भाषा की वजह से सभी पार्टियों के नेता चर्चा में हैं. रविवार को पीएम के 'कब्रिस्तान' वाले बयान पर बवाल शुरू ही हुआ था कि एसपी नेता राजेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को 'आतंकवादी' की संज्ञा दे डाली.
चौधरी ने कहा कि दिल्ली के शीर्ष पद पर काबिज लोगों को लगता है कि वे जो कहते हैं वो अकाट्य है, लेकिन उन्हें मालूम होना चाहिए कि उनके कहने का यहां कोई मतलब नहीं है. मोदी कहते हैं कि प्रदेश में विकास नहीं हुआ है, लेकिन इसका आधार क्या है? इसका जवाब भी उनको देना चाहिए. यह ताज्जुब की बात है कि एक प्रधानमंत्री को सरासर झूठ बोलने में जरा भी संकोच नहीं है.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी की राजनीति संकीर्णता से ओत-प्रोत है. उन्हें लगता है कि हिंदू और मुसलमान उसकी सांप्रदायिक सोच और इरादे को नहीं समझते, लेकिन उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिकता का कोई स्थान नहीं है.
इनपुट आईएएनएस से
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