advertisement
मोदी सरकार में वित्त सचिव के तौर पर कामकाज संभाल रहे सुभाष गर्ग जल्दी रिटायमेंट का प्लान बना रहे हैं. वित्त मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक गर्ग जल्दी रिटायरमेंट के लिए आवेदन कर सकते हैं. दरअसल मोदी सरकार ने नौकरशाही में बड़ा फेरबदल कर वित्त सचिव सुभाष गर्ग का तबादला ऊर्जा मंत्रालय में कर दिया था. जिसके बाद इसे गर्ग के डिमोशन के तौर पर देखा जा रहा था. खुद आरएसएस के स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) के सह-संयोजक अश्विनी महाजन ने गर्ग के इस तबादले पर चुटकी ली थी.
हाल ही में स्वदेशी जागरण मंच के सह-संयोजक अश्विनी महाजन ने मोदी सरकार की फॉरेन करेंसी बॉन्ड बेचकर पैसा कमाने वाली योजना को देश विरोधी करार दिया था. उन्होंने सरकार की इस योजना का विरोध करते हुए कहा था कि इस पर दोबारा विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा था कि ये देश विरोधी कदम है, क्योंकि इसका असर आने वाले समय में अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा. अब वित्त सचिव के तबादले पर उनका ये ट्वीट उनके इसी बयान की तरफ इशारा करता है.
जानकारी के मुताबिक सुभाष चंद्र गर्ग को पिछले ऊर्जा सचिव अजय कुमार भल्ला की जगह ऊर्जा मंत्रालय का कार्यभार दिया गया था. आईएएस अधिकारी सुभाष चंद्र गर्ग आर्थिक मामलों का विभाग भी संभालते थे. उनकी जगह इस पद पर अब अतानु चक्रवर्ती आर्थिक मामलों के नए सचिव होंगे.
वित्त सचिव के पद से किसी और मंत्रालय में ट्रांसफर होने को डिमोशन इसलिए भी माना जाता है क्योंकि यह पद बेहद खास है. इस पद पर काफी सीनियर अधिकारी को ही जिम्मेदारी मिलती है. इसी बात के चलते सुभाष गर्ग ने ट्रांसफर की खबर मिलते ही अपने रिटायरमेंट के लिए आवेदन कर दिया. उन्होंने समय से पहले ही रिटायरमेंट की मांग की है.
बताया जा रहा है कि वरिष्ठता को देखते हुए अब वर्तमान राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय और वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार में से कोई एक वित्त सचिव के तौर पर कार्यभार संभाल सकता है. हालांकि सरकार की तरफ से अभी तक इस बात की कोई भी जानकारी नहीं दी गई है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 25 Jul 2019,11:17 AM IST