advertisement
तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर बिहार में RJD-JDU के बीच सियासी उठापटक चल रही है. RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि विधानमंडल ने फैसला ले लिया है कि तेजस्वी के इस्तीफे का कोई सवाल नहीं है.
उन्होंने कहा कि सिर्फ FIR इस्तीफे का आधार नहीं हो सकती है. इस दौरान लालू ने मीडिया को भी लताड़ा, उन्होंने कहा कि दिनभर गठबंधन के मामले में न्यूज चलाया जा रहा है कि सोनिया जी ने लालू, नीतीश से बात की, इसका पूरजोर खंडन करता हूं.
लालू प्रसाद यादव ने ये भी कहा, ये सारी चीजें गठबंधन को तोड़ने के लिए हो रही है. बीजेपी को इसमें कामयाब होने नहीं देंगे. हमारी तरफ से गठबंधन को कोई खतरा नहीं है.
इससे पहले JDU ने RJD पर दबाव बढ़ाते हुए कहा है कि 80 विधायक होने का घमंड दिखाने की बजाए पार्टी को मंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ स्पष्टीकरण देना चाहिए.
प्रदेश JDU के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा-
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में, RJD के 80, JDU के 71, कांग्रेस के 27 और BJP के 53 विधायक हैं.
सिंह ने RJD के बिहार इकाई के प्रमुख राम चंद्र पूर्वे की 80 विधायकों वाली टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ' 'सीमाओं में रहिए और जल्द से जल्द उनके खिलाफ आरोपों पर स्पष्टीकरण दीजिए. ' '
जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा है कि जेडीयू सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकती है. आलोक ने कहा-
वहीं केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने बिहार के सीएम नीतीश को नसीहत दी है. उन्होंने कहा है कि नीतीश को RJD के साथ अपने संबंधों को लेकर जल्द से जल्द फैसला करना चाहिए क्योंकि लालू यादव अपने दम पर सरकार के गठन के लिए JDU को तोड़ सकते हैं.
बता दें कि डिप्टी सीएम और लालू के बेटे तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज हुआ है. इसके बाद बिहार के गठबंधन पर असर पड़ा है. JDU ने डिप्टी सीएम से आरोपों को लेकर सार्वजनिक तौर पर तथ्य पेश करने को कहा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 14 Jul 2017,08:33 PM IST