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राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से बात करते हुए कहा कि बीजेपी और वास्तविकता से उनकी पार्टी के डरे हुए लोग कांग्रेस छोड़ने और RSS में शामिल होने के लिए स्वतंत्र हैं.
राहुल गांधी ने इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का जिक्र भी किया. राहुल ने कहा, "उन्हें अपना घर बचाना था, इसलिए वे डर गए और आरएसएस ज्वाइन कर ली." राहुल ने यह भी कहा कि बाहर के निडर लोगों को कांग्रेस में शामिल होना चाहिए.
पीटीआई के मुताबिक गांधी ने कहा, “वे आरएसएस के लोग हैं और उन्हें जाना चाहिए, उन्हें आनंद लेने दें. हम उन्हें नहीं चाहते, उनकी जरूरत नहीं है. हमें निडर लोग चाहिए. यह हमारी विचारधारा है. यह मेरा आपके लिए मूल संदेश है."
गांधी ने कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का उदाहरण भी दिया और कहा, "उन्हें अपना घर बचाना था, वह डर गए और वे आरएसएस में शामिल हो गए."
कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के 3,500 सदस्यों के लिए गांधी का यह पहला संबोधन था, जिसमें उन्होंने यह संदेश दिया कि वह हमेशा उनके साथ हैं. गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि उन्हें उनसे बात करने से डरना नहीं चाहिए.
गांधी ने कहा, "आपको डरना नहीं चाहिए और आप मुझे कभी भी डरते हुए नहीं देखेंगे." उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सभी को समान अधिकार देने में विश्वास करती है, जबकि आरएसएस कुछ ही लोगों को लाभ पहुंचाना चाहता है.
पार्टी सूत्रों ने पीटीआई को यह भी बताया कि गांधी ने विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 10 युवा कार्यकर्ताओं के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत की.
इस बीच, राहुल गांधी के एक वीडियो पर तेलंगाना के पूर्व प्रमुख उत्तम कुमार रेड्डी ने महात्मा गांधी की एक बात कही, "दुश्मन डर है. हमें लगता है कि नफरत है, लेकिन, यह डर है." हमारे नेता श्री राहुल गांधी महात्मा के पदचिन्हों पर चल रहे हैं. आरएसएस-बीजेपी द्वारा प्रचारित नफरत को हराने के लिए कांग्रेस को कायरों की नहीं, निडर लोगों की जरूरत है.
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