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महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने गुरुवार को अपनी पार्टी का नया भगवा झंडा जारी किया है. इस पर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें राज्य की राजनीति में नए सहयोगी मिल गए, लेकिन उन्होंने हिंदुत्व नहीं छोड़ा है, अपना भगवा झंडा नहीं बदला है. ये बात उद्धव ने बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर मुंबई में एक सभा को संबोधित करते हुए कही.
उद्धव ठाकरे ने कहा, "मैंने पुराने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को सहयोगी बनाकर एक नया राजनीतिक रास्ता चुना है. मैंने अपना रंग नहीं बदला है, मेरा मूल रंग भगवा है." उन्होंने सीधे तौर पर इस बात को खारिज कर दिया कि उन्होंने सत्ता की खातिर हिंदुत्व को त्याग किया.
बीजेपी के साथ गठबंधन में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ने वाली शिवसेना ने चुनाव बाद NCP और कांग्रेस की मदद से सरकार बना ली. इसके बाद से बीजेपी, शिवसेना पर हिंदुत्व के मुद्दे पर कई बार निशाना साध चुकी है.
राज ठाकरे ने दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की जयंती के मौके पर गोरेगांव में मनसे की एक रैली को संबोधित किया. महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने वाले अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष कसते हुए राज ठाकरे ने कहा, "मैं सरकार बनाने के लिए मेरी पार्टी का रंग नहीं बदलता."
उन्होंने सवाल किया, "नागरिकता संशोधन कानून पर बहस हो सकती है लेकिन हमें बाहर से अवैध तरीके से देश में आये लोगों को शरण क्यों देनी चाहिए?"
MNS के नये झंडे पर छत्रपति शिवाजी महाराज की राज मुद्रा का चित्र है. पार्टी के पहले के झंडे में भगवा, नीले और हरे रंग की पट्टियां थीं. नए झंडे में शिवाजी महाराज की राज मुद्रा को अंकित करने पर शिवसेना और कुछ अन्य संगठनों ने विरोध दर्ज कराया.
बता दें, राज ठाकरे ने 2006 में शिवसेना से अलग होकर मनसे का निर्माण किया था.
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Published: 23 Jan 2020,11:25 PM IST