मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019यूपी चुनाव: मायावती ने अखिलेश और शिवपाल के खिलाफ उतारे दलित उम्मीदवार

यूपी चुनाव: मायावती ने अखिलेश और शिवपाल के खिलाफ उतारे दलित उम्मीदवार

करहल और जसवंतनगर दोनों ही अनारक्षित सीटें हैं और इसे समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है.

क्‍व‍िंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
<div class="paragraphs"><p>मायावती यूपी चुनाव 2022</p></div>
i

मायावती यूपी चुनाव 2022

(फोटो- क्विंट हिंदी)

advertisement

बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा - प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (पीएसपीएल) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ दलित उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. के कुलदीप नारायण मैनपुरी में करहल सीट से एसपी अध्यक्ष के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे, जबकि ब्रजेंद्र प्रताप सिंह इटावा की जसवंतनगर विधानसभा सीट से पीएसपीएल प्रमुख के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.

करहल और जसवंतनगर दोनों ही अनारक्षित सीटें हैं और इसे समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. एसपी 1993 से करहल और जसवंतनगर सीट जीत रही है.

बीएसपी के एक नेता ने कहा कि नारायण और सिंह पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. दोनों जाटव समुदाय से हैं और जमीनी स्तर पर पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, मैनपुरी और इटावा में पार्टी के जनाधार को मजबूत कर रहे हैं.

मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को यह संदेश देने के लिए कि विधानसभा चुनाव में प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को वरीयता दी जाएगी, राजनीतिक दिग्गजों के खिलाफ कुलदीप नारायण और ब्रजेंद्र प्रताप सिंह को मैदान में उतारने का फैसला किया.

उन्होंने कहा कि बीएसपी को ऐसे समय में युवा पार्टी कैडर को लामबंद करने की उम्मीद है जब ज्यादातर वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

मायावती ने गुरुवार को यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए पार्टी के 53 उम्मीदवारों की सूची जारी की, जहां 11 जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में 20 फरवरी को मतदान होगा. 11 जिलों में - मैनपुरी, इटावा, फिरोजाबाद, एटा, हाथरस, कासगंज, कन्नौज, फरुर्खाबाद और औरैया - को समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है.

53 उम्मीदवारों में से 18 अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के हैं, 17 दलित हैं, 15 उच्च जाति के हैं और तीन मुस्लिम हैं. 11 जिलों (जिनमें तीसरे चरण के विधानसभा चुनाव होंगे) में बड़ी संख्या में पिछड़ी और दलित आबादी है। जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए बसपा प्रमुख ने दोनों समुदायों के अधिकतम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। बसपा नेता ने कहा कि सोशल इंजीनियरिंग फॉमूर्ले के तहत ब्राह्मण और राजपूत उम्मीदवारों को भी सवर्ण बहुमत वाली सीटों पर उतारा गया है. मायावती 2 फरवरी को एक जनसभा को संबोधित कर आगरा से पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत करेंगी.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT