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उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से शुरू हुई अटकलों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सांसद अनुप्रिया पटेल और संजय निषाद ने मुलाकात की है. इसे लेकर यूपी की सियासत में अटकलें शुरू हो गयी. इस बीच, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने निशाना साधा और कहा, '' बीजेपी डूबती हुई नैया है, जिसको इनके रथ पर सवार होना है हो जाए, पर हम सवार नहीं होंगे.''
ओमप्रकाश राजभर ने शुक्रवार को अपने ट्वीट में लिखा, '' बीजेपी डूबती हुई नैया है,जिसको इनके रथ पर सवार होना है हो जाये पर हम सवार नहीं होंगे. जब चुनाव नजदीक आता है तब इनको पिछड़ो की याद आती है. जब मुख्यमंत्री बनाना होता है तो बाहर से लाकर बना देते हैं. हम जिन मुद्दों को लेकर समझौता किये थे, साढ़े चार साल बीत गया, एक भी काम पूरा नहीं हुआ.''
उन्होंने आगे लिखा,
बांदा कृषि विश्वविद्यालय में कथित तौर पर एक ही जाति के 11 लोगों की नियुक्ति पर भी ओपी राजभर में प्रदेश बीजेपी को घेरा. राजभर का आरोप है कि पिछले चार साल से राज्य की बीजेपी सरकार सिर्फ ओबीसी, दलितों के अधिकारों को लूट रही है.
बता दें कि कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कल अचानक दो दिन के लिए दिल्ली पहुंचने के साथ ही यूपी के राजनीतिक गलियारों में अटलकों का बाजार गर्म हो गया. बीजेपी के प्रदेश संगठन में बदलाव के साथ ही यूपी सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल की सुगबुगाहट चल रही है. लिहाजा उनका यह दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
अपना दल (एस) की अध्यक्ष और सांसद अनुप्रिया पटेल ने भी गृहमंत्री शाह से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद से एक बार फिर राजनीतिक गलियारे में चचार्एं शुरू हो गई हैं कि अनुप्रिया मोदी कैबिनेट में वापस शामिल हो सकती हैं. सूत्रों की मानें तो अनुप्रिया ने केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश में भी संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में अपना दल के प्रतिनिधित्व को लेकर अमित शाह से बात की. यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष और प्रदेश के निगम और आयोग में पार्टी नेताओं को शामिल करने के लिए कहा.
(इनपुट: IANS)
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