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मोदी सरकार जहां विकास के नाम पर पांच राज्यों के चुनाव के दौरान वोट मांग रही है, वहीं उसके अपने ही साथी वरुण गांधी (Varun Gandhi) सरकार के कामकाज पर ही सवाल उठा रहे हैं. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने विकास के तमाम दावों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि चुनाव वाले सभी राज्यों में बेरोजगारी बढ़ी है. सरकार के कामकाज के तौर-तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा है कि लोगों को लुभाने वाले लोकप्रिय मुद्दों की बजाय रोजगार के सृजन को प्रोत्साहित करने पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.
वरुण गांधी ने युवा और बेरोजगार शीर्षक से एक अंग्रेजी अखबार में लिखे अपने लेख को ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा है -
वरुण गांधी ने आंकड़ों के जरिए देश में बढ़ रही बेरोजगारी पर चिंता जाहिर करते हुए अपने लेख में लिखा है , हमारे नीति निर्माताओं ने भले ही लोगों को लुभाने की कला में महारत हासिल कर ली हो लेकिन क्या उन्होंने रोजगार सृजन के लिए काम किया है.
बेरोजगारी और नीति निर्माताओं के लोगों को लुभाने की कला पर बीजेपी सांसद वरुण गांधी द्वारा उठाए गए सवालों के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे है, क्योंकि इस समय केंद्र में बीजेपी की सरकार है और जिन 5 राज्यों में विधान सभा का चुनाव होने जा रहा है उसमें से 4 राज्यों - उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में बीजेपी सत्ता में है. इन्हीं 4 में से 1 राज्य उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोक सभा सीट से वरुण गांधी बीजेपी के सांसद हैं.
बीजेपी में उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है. लेकिन इस लिस्ट से वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी का नाम नहीं है. जबकि वरुण गांधी पीलीभीत से और मेनका गांधी सुल्तानपुर से सांसद हैं.
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