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गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार पर 'जय श्री राम' के नारे लगाने की अनुमति नहीं देने पर जमकर निशाना साधा. शाह ने कहा कि अगर कोई बंगाल में राजनीतिक स्लोगन के तौर पर जय श्री राम का नारा लगाता है तो ममता दीदी नाराज हो जाती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बनर्जी लोगों के साथ अपराधियों की तरह व्यवहार करती हैं, अगर वे जय श्री राम के जयकारे लगाते हैं.
शाह ने कहा, "क्या यह उनका अपमान है? एक ओर जहां इतने लोग इस पर गर्व करते हैं, वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री को अपमानित महसूस होता है. यह इसलिए है, क्योंकि वह एक विशेष समुदाय से अपनी वोट बैंक की राजनीति को बनाए रखने की अपील करना चाहती हैं." उन्होंने कहा, "मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या दूसरे समुदाय के लोग राज्य में उन्हें वोट नहीं देते हैं?"
गृह मंत्री ने कहा, "अगर भारत में जय श्री राम के नारे नहीं लगाए जाएंगे, तो क्या यह पाकिस्तान में लगाए जाएंगे?" उन्होंने कूच बिहार जिले में परिवर्तन यात्रा शुरू करते हुए एक रैली के दौरान यह बात कही.
शाह शाम को वहां एक रैली को संबोधित करने के लिए उत्तर 24-परगना के ठाकुरनगर भी जाएंगे. वह बुधवार रात गुवाहाटी पहुंचे थे. शाह गुरुवार को असम के चिरांग जिले में ग्रेटर कूच बिहार पीपुल्स एसोसिएशन (जीसीपीए) के प्रमुख अनंत रॉय से मिले.
उन्होंने कहा कि बनर्जी केवल अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को पश्चिम बंगाल का अगला मुख्यमंत्री बनाने पर केंद्रित हैं.
शाह ने कहा, "अगर दिलीप घोष नहीं होते, तो वह बहुत पहले ही इसकी घोषणा कर चुकी होतीं. लेकिन वह अब डर गई हैं. मैं लोगों से इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास अभियान को चुनने और ममता की विनाशकारी राजनीति को खारिज करने का आग्रह करूंगा." उन्होंने कहा, "वह लगातार केंद्र से लड़ती हैं. मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या यह बंगाल में विकास लाने में मदद करेगा?"
केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की यात्रा पश्चिम बंगाल में भ्रष्ट तृणमूल सरकार को खत्म करने के लिए लक्षित है.
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