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झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने बुधवार, 31 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले हेमंत सोरेन ने राजभवन जाकर राज्यपाल को सीएम पद से अपना इस्तीफा सौंपा. दूसरी तरफ सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है और वो झारखंड के अगले मुख्यमंत्री होंगे.
ऐसे में आइए जानते हैं कि चंपई सोरेन कौन हैं....
चंपई सोरेन सरायकेला विधानसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के मौजूदा विधायक हैं. वे सरायकेला-खरसावां जिले स्थित जिलिंगगोड़ा गांव से संंबंध रखते हैं.
चंपई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के उपाध्यक्ष हैं और मौजूदा वक्त में झारखंड सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री थे.
चंपई सोरेन के पिता सिमल सोरेन आदिवासी किसान थे.
चंपई सोरेन ने 10वीं कक्षा तक सरकारी स्कूल से पढ़ाई लिखाई की.
उनकी शादी कम उम्र में कर दी गई और शादी के बाद चंपई के 4 बेटे और तीन बेटियां हुईं.
चंपई सोरेन, शिबू सोरेन के साथ बिहार से अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में भी उतरे.
चंपई सोरेन को 'कोल्हान टाइगर' के नाम से भी जाना जाता है.
चंपई कोल्हान इलाके के ऐसे नेता है जो शिबू सोरेन के सबसे विश्वस्त हैं.
चंपई सोरेन ने सरायकेला सीट से उपचुनाव में निर्दलीय विधायक बनकर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी और इसके बाद उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की सदस्यता ली थी.
भारतीय जनता पार्टी के नेता अर्जुन मुंडा की सरकार में जेएमएम नेता चंपई सोरेन को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. इस दौरन उनको महत्वपूर्ण मंत्रालय दिया गया था.
चंपई सोरेन 11 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 तक बीजेपी सरकार में मंत्री रहे.
सूबे में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में चंपई सोरेन को खाद्य आपूर्ति मंत्री, परिवहन मंत्री बनाया गया.
साल 2019 में हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर चंपई सोरेन को परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बनाया गया.
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