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आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से उस घर को खाली करने की मांग की, जिसमें फिलहाल वह रह रहे हैं. वाईएसआरसीपी विधायक अल्ला रामकृष्णा रेड्डी ने कहा कि नायडू को अवैध मकान में रहने की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की बहस करने के बजाय नायडू को घर खाली कर देना चाहिए.
मंगलागिरि से विधायक रेड्डी ने कहा कि अगर तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष मकान खाली नहीं करते हैं तो वह त्वरित कार्रवाई के के लिए सक्षम प्राधिकारी के पास शिकायत करेंगे. जिसके बाद नायडू पर कार्रवाई हो सकती है.
नायडू जिस मकान में रहते हैं, उसके मालिक ने पिछले महीने उन्हें कई कानूनों के उल्लंघन का नोटिस जारी किया था. कृष्णा नदी के किनारे बनी सभी अवैध इमारतों को गिराने के लिए चलाए गए अभियान का नेतृत्व करने वाले वाईएसआरसीपी नेता कहा, "वह जमीन जिस पर लिंगामनेनी रमेश ने मकान बनाया, स्पष्ट रूप से कई विभागों के नियमों की उपेक्षा है, इसलिए टीडीपी अध्यक्ष को तुरंत वह मकान खाली कर देना चाहिए और मकान की स्थिति पर बहस बंद कर देनी चाहिए."
विधायक ने नायडू पर मकान की स्थिति के बारे में अपना रुख बदलने का आरोप लगाया. रेड्डी ने याद किया कि नायडू ने 6 मार्च, 2016 को विधानसभा में कहा था कि वह मकान सरकार का है. लिहाजा, वह इस आधार पर उसे खाली करने के लिए बाध्य हैं.
इससे पहले पूर्व सीएम नायडू के घर के बगल में बना उनका ऑफिस गिरा दिया गया था. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रजा वेदिका लोगों की फरियाद सुनने के लिए बनाया था. बीते 5 जून को नायडू ने मौजूदा सीएम जगनमोहन रेड्डी को चिट्ठी लिखकर कहा था कि प्रजा वेदिका उन्हें ऑफिस के तौर पर मुहैया कराया जाए जहां से वो नेता प्रतिपक्ष का काम कर सकें.
आंध्र प्रदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डी ने पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू पर आरोप लगाते हुए कहा था कि नायडू कृष्णा नदी के किनारे गैर-कानूनी रूप से बने घर में रह रहे हैं. नायडू के घर से सटे ‘प्रजा वेदिका’ में जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ रेड्डी ने बैठक की. इसके बाद उन्होंने ऐलान किया कि नदी के किनारे जो भी अवैध तरीके से बना है सबको ढहाया जाएगा. इसकी शुरुआत ‘प्रजा वेदिका’ से हुई.
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