Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019प्रमोद सावंत और एन बीरेन सिंह की दोबारा सत्ता में वापसी, BJP ने सौंपी कमान

प्रमोद सावंत और एन बीरेन सिंह की दोबारा सत्ता में वापसी, BJP ने सौंपी कमान

बीजेपी ने गोवा में 21 सीटों पर, जबकि मणिपुर में 32 सीटों पर जीत दर्ज की है.

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<div class="paragraphs"><p>एन बीरेन सिंह और प्रमोद सावंत</p></div>
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एन बीरेन सिंह और प्रमोद सावंत

फोटो- क्विंट गैलरी

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विधानसभा चुनावों (Assembly Election 2022) में बीजेपी को 4 राज्यों में जीत मिली. यूपी, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा. जहां, बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए दोबारा प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है. गोवा और मणिपुर में बीजेपी आलाकमान ने मुख्यमंत्री चेहरा भी घोषित कर दिया है. काफी दिनों से अटकलें लगाई जा रहीं थीं कि गोवा में बीजेपी सीएम चेहरा बदल सकती है. लेकिन, आज पीएम मोदी ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया.

बुधवार सुबह प्रमोत सावंत और एन बीरेन सिंह ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी. उसके बाद पीएम मोदी ने इन दोनों को अपने-अपने राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए हरी झंडी दे दी. ऐसे में अब गोवा के अगले मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ही होंगे. साथ ही मणिपुर में भी अगले सीएम एन बीरेन सिंह होंगे.

गोवा के अगले सीएम होंगे प्रमोद सावंत

BJP आलाकमान ने गोवा की कमान दोबारा प्रमोत सावंत को सौंपी है. हालांकि, विधायक दल की बैठक के बाद ही प्रमोद सावंत के नाम की औपचारिक घोषणा होगी. 40 विधानसभा सीटों वाले गोवा में बीजेपी ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की है. बहुमत के लिए उसे 21 सीटों की जरूरत थी. लेकिन, गोवा की स्थानी पार्टी MGP ने बिना शर्त बीजेपी को समर्थन दिया है. साथ ही बीजेपी को 3 निर्दलीय विधायक भी समर्थन दे चुके हैं. ऐसे में सदन में बीजेपी के कुल 25 विधायक हो गए हैं. बता दें, साल 2017 के चुनाव में बीजेपी ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, इस बार 20 सीटों पर कब्जा किया है.

एन बीरेन सिंह की दोबारा सत्ता में वापसी

मणिपुर में भी बीजेपी आलाकमान ने एन बीरेन सिंह को ही दोबारा सत्ता की चाबी सौंपी है. 60 विधानसभा सीटों वाले मणिपुर में बहुमत के लिए 31 सीटों की जरूरत थी. जहां, बीजेपी ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं, कांग्रेस को मात्र 5 सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ा है. बता दें, साल 2012 में बीजेपी का यहां एक भी विधायक नहीं था. लेकिन, साल 2017 में बीजेपी ने यहां से 21 सीटों पर कब्जा कर सरकार बना ली थी, जबकि 28 सीटें जीतने वाली कांग्रेस पीछे रह गई थी.

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