Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Nitish Kumar से मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर-"जन सुराज अभियान पर कायम"

Nitish Kumar से मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर-"जन सुराज अभियान पर कायम"

Begusarai की घटना पर किशोर ने कहा कि ऐसी घटनाओं से जमीन पर लोगों की जो आशंकाएं हैं, उसको बल मिलता है.

IANS
न्यूज
Published:
<div class="paragraphs"><p>Nitish Kumar से मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर-"जन सुराज अभियान पर कायम"</p></div>
i

Nitish Kumar से मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर-"जन सुराज अभियान पर कायम"

(फोटो- आईएएनएस)

advertisement

बिहार (Bihar) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से दो दिन पूर्व मुलाकात को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने सामान्य और शिष्टाचार मुलाकात बताया है। उन्होंने गुरुवार को स्पष्ट किया कि जन सुराज अभियान के तहत बिहार में 2 अक्टूबर से पदयात्रा होगी।

प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 2 दिन पहले 13 सितंबर को नीतीश कुमार से मुख्यमंत्री आवास पर उनकी मुलाकात हुई थी और ये सामाजिक और राजनीतिक तौर पर एक शिष्टाचार मुलाकात थी।

प्रशांत किशोर ने कहा, नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं, मैं मई से बिहार में काम कर रहा हूं। तब से कई बार मिलने की बात हुई लेकिन नहीं मिल पाए थे। इसलिए शिष्टाचार के नाते उनसे मुलाकात हुई है।

जन सुराज अभियान के भविष्य और नीतीश कुमार के साथ जाने पर प्रशांत किशोर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जन सुराज अभियान और बिहार की बदहाली पर उनके स्टैंड में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।

उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर से प्रस्तावित पदयात्रा के माध्यम से वे लगभग एक साल तक बिहार के अलग-अलग गांव और प्रखंडों में जाएंगे और लोगों से मिल कर समाज के बीच से सही लोगों को आगे लाएंगे, जो बिहार की बेहतरी के लिए काम कर सकें।

उन्होंने कहा कि जो रास्ता उन्होंने खुद के लिए तय किया है वो उस रास्ते पर कायम हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ बिहार में जमीन पर अपने 4-5 महीने के अनुभव को साझा किया और बताया कि कैसे शराबबंदी जमीन पर प्रभावी नहीं है।

बेगूसराय की घटना पर किशोर ने कहा कि ऐसी घटनाओं से जमीन पर लोगों की जो आशंकाएं हैं, उसको बल मिलता है। कानून व्यवस्था को लेकर लोगों के मन में जो डर है वो सही साबित हो रहा है।

उन्होंने कहा कि बिहार में प्रशासन का एक बड़ा हिस्सा शराबबंदी में लगा हुआ है, इसलिए सामान्य प्रशासनिक व्यवस्था पर इसका असर पड़ रहा है और शराबबंदी लागू होने के बाद पिछले कुछ सालों में बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है।

उन्होंने साफ तौर पर इसके लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि इस सरकार के मुखिया और गृहमंत्री नीतीश कुमार हैं इसलिए ये उनकी जिम्मेदारी है।

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT