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नई दिल्ली, 21 सितम्बर (आईएएनएस)| कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने किसानों की एक रैली को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश न करने देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की शनिवार को निंदा की। किसानों ने ऋण माफी और गóो के बकाए के भुगतान जैसी मांगों को लेकर 11 सितंबर से उप्र के सहारनपुर से मार्च शुरू किया था। लेकिन उन्हें गाजीपुर सीमा पर रोक दिया गया।
प्रियंका ने ट्वीट किया, "अपनी मांगों को लेकर दिल्ली आ रहे किसानों को आखिर किन कारणों से रोका गया? भाजपा सरकार हमेशा अपनी रैलियों में किसानों के कल्याण के बारे में बातें करती है। ऐसे में जब उप्र के किसान कहते हैं कि उन्हें गन्ने का बकाया, ऋण माफी और बिजली की लागत में कटौती चाहिए, तो उन्हें बोलने क्यों नहीं दिया जाता है?"
किसानों ने बाद में सरकारी अधिकारियों से मुलाकात के बाद अपना मार्च समाप्त कर दिया। सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार 15 में से पांच मांगों पर सहमत हो गई है।
इसके पहले अक्टूबर 2018 में भी दिल्ली-उप्र सीमा पर स्थित यूपी गेट पर बड़ी संख्या में किसान अपनी मांगों को लेकर जमा हुए थे। लेकिन उन्हें यूपी गेट पर रोक दिया गया था और पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े थे और पानी की बौछारें की थी।
पिछले साल की रैली भी किसानों के एक समूह को केंद्रीय मंत्रियों से मिलने की अनुमति देने के बाद समाप्त हो गई थी।
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