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पैगंबर मुहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर तनाव पश्चिम बंगाल में हावड़ा और मुर्शिदाबाद जिलों के बाद अब राज्य के नदिया जिले में फैल गया है।
रविवार शाम भाजपा की प्रवक्ता (निलंबित) नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल (निष्कासित) की टिप्पणी के विरोध में आक्रोशित भीड़ नदिया जिले के बेथुआदहारी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई।
भीड़ अंतत: हिंसक हो गई और पथराव शुरू कर दिया और स्टेशन परिसर के भीतर कार्यालयों में भी तोड़फोड़ की, स्टेशन पर फंसे ट्रेन के कोच भी।
आंदोलनकारियों ने पास के राष्ट्रीय राजमार्ग-24 के साथ-साथ वहां की रेलवे पटरियों को भी जाम कर दिया। इसके बाद संभाग में ट्रेन सेवाएं घंटों ठप रहीं। सड़क किनारे लगी कुछ दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई।
पता चला कि प्रदर्शनकारियों ने नदिया जिले के नकाशीपारा इलाके से जुलूस शुरू किया और भीड़ को बचाने के लिए कुछ ही पुलिसकर्मी मौजूद थे।
रविवार को पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष और पार्टी सांसद सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील की कि वह अपना अहंकार छोड़ दें और राज्य के विभिन्न जिलों में अशांत क्षेत्रों में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती के लिए तुरंत कहें।
मजूमदार ने कहा, राज्य पुलिस पिछले तीन दिनों से पूरे राज्य में व्याप्त तनाव और हिंसा से निपटने में असमर्थ है। इसलिए, मुख्यमंत्री को तुरंत स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्रीय सशस्त्र बलों को तैनात करने की पहल करनी चाहिए।
इस बीच, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेल्दा इलाके में रविवार शाम को एक स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता के सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर ताजा तनाव पैदा हो गया, जिसमें कथित तौर पर तनाव भड़काने वाले तत्व थे।
बाद में शाम को भाजपा कार्यकर्ता चंदन जाना को गिरफ्तार कर लिया गया।
पिछले तीन दिनों से, हावड़ा जिले में कई अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में पैगंबर मुहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणियों के खिलाफ प्रदर्शनकारियों के आंदोलन के बाद तनाव देखा गया है।
आंदोलनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मुख्यमंत्री की कड़ी चेतावनी के बावजूद, तनाव बढ़ता रहा और पश्चिम बंगाल के अन्य जिलों में भी फैल गया।
मजूमदार और विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के तनावग्रस्त इलाकों में पहुंचने से पुलिस के प्रतिरोध को लेकर भी तनाव व्याप्त था।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता तनाव को और भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।
--आईएएनएस
एसजीके
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