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सेंट जोंस (एंटिगा), 17 अगस्त (आईएएनएस)| एक बार फिर भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच नियुक्त किए गए रवि शास्त्री ने कहा है कि वह भारत को एक ऐसी टीम बनाने पर ध्यान देंगे जो अपने पीछे ऐसी विरासत छोड़े जिसका अनुसरण आने वाले समय में बाकी टीमें करना चाहें। तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने शुक्रवार को शास्त्री को 2021 में होने वाले टी-20 विश्व कप तक के लिए भारतीय टीम के कोच की जिम्मेदारी दी है।
इस समय विंडीज में टीम के साथ मौजूद शास्त्री ने बीसीसीआई डॉट टीवी से बात करते हुए सीएसी का आभार जताया।
शास्त्री ने कहा, "मैं सबसे पहले सीएसी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने मुझ पर एक बार फिर भरोसा जताया। भारतीय टीम का हिस्सा बनना मेरे लिए सम्मान की बात है।"
शास्त्री ने कहा, "मैं जिस कारण से यहां आया वो यह था कि मुझे इस टीम में विश्वास था। इस बात पर विश्वास था कि यह टीम अपने पीछे वो विरासत छोड़ सकती है जिसका अनुसरण आने वाले समय में बाकी टीमें करेंगी।"
पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, "यही इच्छा है। हम उसी रास्ते पर हैं। सुधार की हमेशा से गुंजाइश होती है। काफी प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी आ रहे हैं इसलिए हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि आने वाला समय बेहतरीन है।"
कोच ने इस बात पर जोर दिया है कि वह टीम के साथ सभी क्षेत्रों में सुधार करना चाहते हैं और इस बात को सुनिश्चित करना चाहते हैं कि टीम अपनी गलतियों से सीखे।
उन्होंने कहा, "आपको अपनी गलतियों से सीखना होता है, कोई भी सम्पूर्ण नहीं होता है। जब आप उत्कृष्टता चाहते हो और अपने आप को आगे ले जाना चाहते हो तब आपको बारिकियों पर ध्यान देना होता है।"
उन्होंने कहा, "जब आप बुरी स्थिति में होते हो, आप उस दिन को जाने मत दो और इस बात पर ध्यान दो कि आप अपने लक्ष्य पर टिकें रहें और इस बात की कोशिश करें कि आप किस तरह इस बुरी स्थिति से बाहर आ सकते हैं।"
शास्त्री ने टीम के बारे में कहा कि यह टीम बीते दो साल से लगातार अच्छा करती आई है।
उन्होंने कहा, "टीम बेहतरीन तरह से लगातार अच्छा करती आ रही है। अगर आप बीते दो साल के प्रदर्शन को देखेंगे तो यह बेहतरीन रहा है। टीम ने एक पैमाना तय किया है और अब यह उनके लिए है कि वह इस पैमाने को आगे ले जाएं।"
शास्त्री ने इस बात पर जोर दिया कि टीम की बेहतरी के लिए वो प्रयोग करने से नहीं कतराएंगे।
कोच ने कहा, "हम युवाओं में निवेश करेंगे और हमेशा प्रयोग की गुंजाइश रहेगी।"
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