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राहुल ने राफेल मसले पर मोदी को दी सीधी बहस की चुनौती

राहुल ने राफेल मसले पर मोदी को दी सीधी बहस की चुनौती

IANS
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राहुल ने राफेल मसले पर मोदी को दी सीधी बहस की चुनौती
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राहुल ने राफेल मसले पर मोदी को दी सीधी बहस की चुनौती
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 नई दिल्ली, 2 जनवरी (आईएएनएस)| कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को राफेल के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधी बहस करने की चुनौती दी।

 राफेल विमान सौदे के मसले पर लोकसभा में प्रधानमंत्री पर निशाना साधने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान एक ऑडियो क्लिप को लेकर उनसे सवाल किया।

कथित ऑडियो क्लिप में गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे को यह दावा करते हुए दिखाया गया है कि गोवा के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के पास राफेल सौदे की सारी फाइलें हैं।

राहुल गांधी ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री से राफेल और लड़ाकू विमान को लेकर किसी भी मसले पर सीधी बहस करना पसंद करुं गा। मुझे सिर्फ 20 मिनट दीजिए।" उन्होंने मोदी से फ्रांस से 36 जेट लड़ाकू विमान की खरीद के सौदे के बारे उनके द्वारा उठाए गए सवालों का विश्वसनीय ढंग से जवाब देने की मांग।

राहुल गांधी ने सवालिया लहजे में कहा, "प्रति विमान कीमत 526 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,600 करोड़ रुपये हो गई। क्या यह मोदी का फैसला था या वायुसेना का? अगर वायुसेना का फैसला नहीं था तो क्या उसने कीमतों में वृद्धि पर सवाल नहीं उठाया?.. हां या नहीं?"

उन्होंने पूछा, "जिस निजी कंपनी ने कभी विमान नहीं बनाया उसका चयन क्यों किया गया और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड की उपेक्षा की गई और किसने राफेल जेट भारत में नहीं बनाने का फैसला लिया? "

उन्होंने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की उस टिप्पणी का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा कि राफेल सौदे में निजी कंपनी को लेकर पहले से ही शर्त रखी गई थी। इसपर गांधी ने मोदी से सवाल किया कि क्या ओलांद झूठ बोल रहे थे या सच बता रहे थे।

राहुल गांधी ने वित्तमंत्री अरुण जेटली पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। लोकसभा में सौदे पर उनके बचाव को खारिज करते हुए गांधी ने सवाल किया कि सौदे में फैसले लेने वाले मोदी खुद क्यों नहीं जवाब दे रहे हैं।

उन्होंने कहा, "राफेल पर फैसला हुआ है और फैसला लेने वाले जवाब नहीं दे रहे हैं। जेटली मोदी और उनके कार्यो का बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "मोदी बहस से भाग सकते हैं, लेकिन सच को छिपा नहीं सकते हैं। पूरा देश जानता है कि मोदी ने अपने चहेते उद्योगपतियों को 30,000 करोड़ रुपये का लाभ पहुंचाने के लिए सौदे में बदलाव किया।"

उन्होंने संसद में जेटली के पूर्व संबोधन की वीडियो क्लिप चलाकर कहा, "जेटली हम से 1,600 करोड़ रुपये के आकड़े के बारे में सवाल करते हैं, लेकिन उन्होंने खुद संसद को बताया कि राफेल सौदा 58,000 करोड़ रुपये या प्रति विमान 1,600 करोड़ रुपये था।"

उन्होंने कहा, "जेटली को एक के बाद एक झूठ बोलने की आदत है, लेकिन सच यह है कि राफेल सौदा राजकोष की चोरी करने के लिए किया गया था।" उन्होंने कहा कि चौकीदार चोर है।

राहुल गांधी ने राणे की ऑडियो क्लिप के संबंध में कहा कि पर्रिकर का भयादोहन किया जा रहा था और उनको धमकी दी जा रही थी क्योंकि उनके पास फाइलें थीं।

उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि उन फाइलों में कौन सी सूचनाएं हैं।

(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

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