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श्रीनगर, पांच अप्रैल (भाषा) कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए कश्मीर में लोगों की आवाजाही और उनके एकत्रित होने पर लगाई पाबंदियों को रविवार को सख्त कर दिया गया। यह कदम तब उठाया गया जब एक दिन पहले घाटी में इस संक्रमण के 14 मामले सामने आए जो एक ही दिन में संक्रमण की सर्वाधिक संख्या है।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने घाटी में मुख्य सड़कों को सील कर दिया और लोगों की आवाजाही की जांच करने तथा लॉकडाउन लागू करने के लिए कई स्थानों पर अवरोधक लगा दिए।
उन्होंने बताया कि घाटी में बाजार बंद रहे और सड़कों से सार्वजनिक वाहन नदारद रहे। केवल दवाओं और किराने की दुकानें ही खुलीं।
प्रधानमंत्री द्वारा घोषित किए गए देशव्यापी लॉकडाउन से एक हफ्ते से अधिक समय पहले ही कश्मीर में शैक्षणिक संस्थान बंद थे जबकि जिमखाने, पार्क, क्लब और रेस्तरां समेत सभी सार्वजनिक स्थान भी बंद थे।
प्रशासन ने बताया कि स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों समेत आवश्यक सेवाओं को पाबंदियों से छूट दी गई हैं।
संक्रामक रोग को फैलने से रोकने के लिए घाटी के कई हिस्सों में सबसे पहले 19 मार्च को पाबंदियां लगाई गई थी। शहर के खानयार इलाके की 67 वर्षीय महिला के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद ये कदम उठाए गए थे। वह उमरा करने के बाद 16 मार्च को सऊदी अरब से लौटी थीं।
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए केंद्र शासित प्रदेश में व्यापक अभियान चलाया है।
उन्होंने बताया कि संक्रमित लोगों के संपर्क में आए करीब 2000 लोगों की पहचान कर ली गई है।
जम्मू कश्मीर में शनिवार को कोविड-19 के 17 नए मामले सामने आए। इनमें जम्मू क्षेत्र से तीन नए मामले सामने आए। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 92 हो गई।
दो मरीजों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य स्वस्थ हो गए।
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