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आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने एक बार फिर आरक्षण को लेकर सवाल खड़ा किया है. वैद्य ने जयपुर लिटरेचर फेस्ट में कहा है कि आरक्षण की व्यवस्था खत्म होनी चाहिए और हर नागरिक को समान अवसर मिलने चाहिए. हालांकि विवाद को बढ़ता देख आरएसएस नेता ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत ढंग से पेश किया गया है. मनमोहन वैद्य ने कहा, ‘मैंने कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण रहेगा. संघ आरक्षण के पक्ष में है.’
यह कहा था आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने:
यह बयान यूपी समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
इससे पहले बिहार चुनाव के दौरान भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण को लेकर सवाल खड़े किए थे, जिसका सीधा असर बीजेपी के चुनावी नतीजों पर पड़ा था.
बीजेपी की विरोधी पार्टियों ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाते हुए कहा था कि बीजेपी आरक्षण खत्म करना चाहती है. बाद में बीजेपी ने अपनी ओर से इस पर खूब सफाई पेश की, लेकिन तब तक बाजी हाथ से निकल चुकी थी.
इस पूरे मामले पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी. लालू ने आरएसएस की पद्धति पर सवाल उठाते हुए कहा कि आरक्षण संविधान प्रदत्त अधिकार है. RSS जैसे जातिवादी संगठन की खैरात नहीं है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी पूरे मामलेे की निंदा करते हुए अारएसएस पर निशाना साधा है. उन्हाेंने अारएसएस और बीजेपी को दलित विरोधी करार दिया है.
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